एक पिलैट (Pellet) जिस पर $0.5$ कूलॉम आवेश है, को $2000$ वोल्ट से त्वरित किया जाता है। इसकी गतिज ऊर्जा है
$1000$ अर्ग
$1000$ जूल
$1000$ किलोवॉट घण्टा
$500$ अर्ग
$m$ द्रव्यमान और $q$ आवेश वाले दो एक-समान कणों को काफी दूर से प्रारंभिक गति $v$ से एक दूसरे की तरफ फेका गया। इन आवेशों की निकटतम दूरी (closest approach) क्या होगी ?
चित्रानुसार $l$ भुजा के समबाहु त्रिभुज के शीर्षों पर तीन आवेश $Q,( + q)$ तथा $( + q)$ रखे गये हैं। यदि निकाय की कुल स्थिर विद्युतीय ऊर्जा शून्य हो तो $Q$ का मान है
$10\, e.s.u.$ आवेश को $40\, e.s.u.$ आवेश से $2$ सेमी तथा $20\, e.s.u.$ आवेश से $4$ सेमी की दूरी पर रखा जाता है। अर्ग में $10\,e.s.u.$ आवेश की स्थितिज ऊर्जा है
एक मूल कण जिसका द्रव्यमान $m$ व आवेश $ + \,e$ है को $v$ वेग से एक बहुत भारी कण जिस पर आवेश $Ze$ (जहाँ $Z > 0$) है, की ओर प्रक्षेपित किया जाता है। आपतित कण की निकटतम पहुँच दूरी होगी
चार सर्वसम आवेश प्रत्येक का मान $ + \,50\,\mu C$ है, $2\,m$ भुजा वाले वर्ग के चारों कोनों पर एक-एक आवेश रखा जाता है। $ + \,50\,\mu C$ के एक अन्य आवेश को अनन्त से वर्ग के केन्द्र तक लाने के लिये आवश्यक बाह्य ऊर्जा.....$J$ होगी
(दिया गया है $\frac{{\rm{1}}}{{{\rm{4}}\pi {\varepsilon _{\rm{0}}}}} = 9 \times {10^9}\,\frac{{N{m^2}}}{{{C^2}}}$)