एक इलेक्ट्रॉन (आवेश = $1.6 \times {10^{ - 19}}$ कूलॉम) को  $1,00,000$ वोल्ट के विभव द्वारा त्वरित किया जाता है। इलेक्ट्रॉन  द्वारा प्राप्त ऊर्जा है

  • A

    $1.6 \times {10^{ - 24}}$ जूल

  • B

    $1.6 \times {10^{ - 14}}\,\,$अर्ग

  • C

    $0.53 \times {10^{ - 14}}$ जूल

  • D

    $1.6 \times {10^{ - 14}}$ जूल

Similar Questions

दो समान बिन्दु आवेश $x-$अक्ष पर $x =  - a$ तथा $x =  + a$ पर स्थिर है। अन्य बिन्दु आवेश $Q$ को मूल बिन्दु पर रखा गया है। जब इसे $x$-अक्ष के अनुदिश अल्प दूरी $x$ तक विस्थापित किया जाता है, तो $Q$ की विद्युत स्थतिज ऊर्जा में परिवर्तन अनुक्रमानुपाती होगा, लगभग

  • [IIT 2002]

एक कण जिसका द्रव्यमान $m$ तथा आवेश $q$ है किसी एकसमान विधुत क्षेत्र $E$ में स्थिर है फिर इसे मुक्त कर दिया जाये तो $y$ दूरी चलने के पश्चात इसके द्वारा प्राप्त गतिज ऊर्जा होगी:

  • [AIPMT 1998]

किसी वृत्त के केन्द्र पर $10$ इकाई का आवेश रखा है। वृत्त की त्रिज्या $10\,m$ है। $1$ इकाई के आवेश को वृत्त की परिधि पर घुमाने में किया गया कार्य .......इकाई होगा

  • [AIIMS 2000]

बिन्दु आवेश $q$ के एक विद्युत क्षेत्र में, कोई निश्चित आवेश बिन्दु $A$ से $B$, $C$, $D$ व $E$ पर ले जाया जाता है, तो किया गया कार्य

$10\, e.s.u.$ आवेश को $40\, e.s.u.$ आवेश से $2$ सेमी तथा $20\, e.s.u.$ आवेश से $4$ सेमी  की दूरी पर रखा जाता है। अर्ग में $10\,e.s.u.$ आवेश की स्थितिज ऊर्जा है