दिष्ट धारा के लिये प्रयुक्त अमीटर के द्वारा प्रत्यावर्ती धारा नहीं नाप सकते हैं, क्योंकि
प्रत्यावर्ती धारा, $dc$ अमीटर से प्रवाहित नहीं हो सकती है
पूर्ण चक्र के लिए इसका माध्य मान शून्य होता है
$D.C.$ एमीटर खराब हो जाएगा।
प्रत्यावर्ती धारा अपनी दिशा बदलती है
एक प्रत्यावर्ती धारा परिपथ से प्रवाहित धारा $I=5 \sin (120 \pi t) A$ दी जाती है । धारा को शून्य से प्रारम्भ होकर शिखर मान तक पहुचने में कितना समय लगेगा ?
प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में सामान्यत:
एक जनरेटर के द्वारा उत्पन्न विभव $V = 240\,sin \,120\,t$ वोल्ट से दर्शाया गया है, जहाँ $t $ सैकण्ड में है। आवृत्ति और $r.m.s.$ वोल्टेज है
एक प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में वोल्टेज का शिखर मान $707V.$ है, तो इसका वर्ग-माध्य मूल मान .......$V$ है
हमारे पास समान लम्बाई की कॉपर की दो केबल है एक में केवल $A$ अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल का तार है तथा द्वितीय में प्रत्येक $A / 10$ अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल के $10$ तार है जब इसमें $A.C.$ तथा $D.C.$ प्रवाहित होती है श्रेष्ट दक्षता के लिए सही केबल चुनिए।