एक इलेक्ट्रॉन को एक धारावाही वृत्तीय चालक के अक्ष के अनुदिश प्रक्षेपित किया जाता है। इलेक्ट्रॉन पर कार्यरत बल
अक्ष के अनुदिश है
अक्ष के अनुदिश है
अक्ष से $4°$ कोण पर है
काई बल कार्य नहीं करेगा
निम्न दर्शाए चित्र में एक इलेक्ट्रॉन एक समान चुम्बकीय क्षेत्र में उपस्थित एक कक्ष में घुसता है। उचित परिमाण का एक विद्युत क्षेत्र इस प्रकार से लगाया गया है कि इलेक्ट्रॉन अपनी गति को बिना बदले एवं बिना विक्षेपित हुए गुजरता है। विद्युत क्षेत्र की दिशा निम्न में से कौन सी होगी?
लॉरेन्ज बल का परिकलन करने के लिये सूत्र है
$2\, MeV$ ऊर्जायुक्त एक प्रोटॉन, एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र $2.5\,tesla$ के लम्बवत् गति करता है, तो प्रोटॉन पर आरोपित बल होगा
निम्न में से किस कण की आवृत्ति न्यूनतम होगी जब इन्हें एकसमान वेग से चुम्बकीय क्षेत्र में लम्बवत् प्रक्षेपित किया जाता है
एक प्रकोष्ठ में $6.5 G \left(1 G =10^{-4} T \right.$ ) का एकसमान चुंबकीय क्षेत्र बनाए रखा गया है। इस चुंबकीय क्षेत्र में एक इलेक्ट्रॉन $4.8 \times 10^{6} \,m s ^{-1}$ के वेग से क्षेत्र के लंबवत भेजा गया है। व्याख्या कीजिए कि इस इलेक्ट्रॉन का पथ वृत्ताकार क्यों होगा? वृत्ताकार कक्षा की त्रिज्या ज्ञात कीजिए।
$\left(e=1.5 \times 10^{-19} \;C , m_{e}=9.1 \times 10^{-31}\; kg \right)$