समान वेग $v$ से गतिशील एक इलेक्ट्रॉन और एक प्रोटॉन दोनों ऐसे क्षेत्र में प्रवेश करते हैं जहाँ चुम्बकीय क्षेत्र, कणों के वेग के लम्बवत् हैं। ये कण अब वृत्तीय कक्षा में इस प्रकार भ्रमण करेंगे कि
इनके आवर्तकाल समान होंगे
प्रोटॉन का आवर्तकाल उच्चतर होगा
इलेक्ट्रॉन का आवर्तकाल उच्चतर होगा
इनकी कक्षीय त्रिज्या समान होगी
एक प्रकोष्ठ में $6.5 G \left(1 G =10^{-4} T \right.$ ) का एकसमान चुंबकीय क्षेत्र बनाए रखा गया है। इस चुंबकीय क्षेत्र में एक इलेक्ट्रॉन $4.8 \times 10^{6} \,m s ^{-1}$ के वेग से क्षेत्र के लंबवत भेजा गया है। व्याख्या कीजिए कि इस इलेक्ट्रॉन का पथ वृत्ताकार क्यों होगा? वृत्ताकार कक्षा की त्रिज्या ज्ञात कीजिए।
$\left(e=1.5 \times 10^{-19} \;C , m_{e}=9.1 \times 10^{-31}\; kg \right)$
समान गतिज ऊर्जा के ${H^ + },\,H{e^ + }$ तथा ${O^{ + + }}$ आयन एक ऐसे क्षेत्र से होकर गुजरते हैं जहाँ एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र $B$ आयन के वेग के लम्बवत् हैं। आयन ${H^ + },\,H{e^ + }$ तथा ${O^{ + + }}$ के द्रव्यमान क्रमश: $1:4:16 $ के अनुपात में है। परिणामस्वरुप
एक इलैक्ट्रान एक सीधी धारावाही परिनालिका की अक्ष के अनुदिश नियत वेग से गति करता है।
$A$. इलैक्ट्रान, परिनालिका की अक्ष के अनुदिश चुम्बकीय बल का अनुभव करेगा।
$B$. इलैक्ट्रान, चुम्बकीय बल का अनुभव नहीं करेगा।
$C$. इलैक्ट्रान, परिनालिका की अक्ष के अनुदिश लगातार गति करेगा।
$D$. इलैक्ट्रान, परिनालिका की अक्ष के अनुदिश त्वरित होगा।
$E$. इलैक्ट्रान, परिनालिका के अन्दर परवलयाकार पथ का अनुसरण करेगा।
नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए:
एक इलेक्ट्रॉन एक समान चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{\mathrm{B}}=\mathrm{B}_0 \hat{\mathrm{i}}+2 \mathrm{~B}_0 \hat{\mathrm{j}} \mathrm{T}$ से होकर गति करता है। किसी क्षण इलेक्ट्रॉन वेग $\overrightarrow{\mathrm{u}}=3 \hat{\mathrm{i}}+5 \hat{\mathrm{j}} \mathrm{m} / \mathrm{s}$ है। यदि इलेक्ट्रॉन पर आरोपित चुम्बकीय बल $\overrightarrow{\mathrm{F}}=5e \hat{\mathrm{k}} \mathrm{N}$ न्यूटन हो, जहाँ $\mathrm{e}$ इलेक्ट्रॉन का आवेश है तो $\mathrm{B}_0$ का मान. . . . . . . . . . ${T}$ होगा।
द्रव्यमान ' $m$ ' का एक धनात्मक आवेश $' q '+x$ अक्ष पर गतिशील है। हम एक एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र $B$ समय $\Delta t$ के लिए लगाना चाहते हैं जिससे कि आवेश की दिशा $d$ दूरी पर $y$-अक्ष को काटते हुए प्रतिलोमित हो जाए, तब