एक कण, जिसका आवेश इलेक्ट्रॉन के आवेश के समान है, $0.5\, T$ चुम्बकीय क्षेत्र में एक $0.5 \,cm$ त्रिज्या के वृत्ताकार पथ पर चलता है। यदि $100\, V / m$ का विधुत क्षेत्र लगाने पर यह कण एक सीधी रेखा में चलता है, तो कण का द्रव्यमान होगा :

(दिया है इलेक्ट्रॉन का आवेश $=1.6 \times 10^{-19} \,C$ )

  • [JEE MAIN 2019]
  • A

    $9.1 \times 10^{-31}\, kg$ 

  • B

    $1.6 \times 10^{-27}\, kg$ 

  • C

    $1.6 \times 10^{-19}\, kg$ 

  • D

    $2.0 \times 10^{-24}\, kg$ 

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एक कण जिस पर  ${10^{ - 11}}\,coulomb$ का आवेश है तथा जिसका द्रव्यमान ${10^{ - 7}}\,kg$ है  $y$-अक्ष की दिशा में ${10^8}\,m/s$ के वेग से चल रहा है। $x$-दिशा मे एकसमान स्थिर चुम्बकीय क्षेत्र $B = 0.5\,Tesla$ कार्यरत है। कण पर लगा बल होगा

द्रव्यमान $4 amu$ का एक अल्फा-कण (alfa particle) एवं एक एकावेशित (singly charged) सल्फर आयन (द्रव्यमान $32 amu$ ) आरम्भ में विरामावस्था में हैं। ये दो कणों विभव (potential) $V$ से त्वरित होकर एक ऐसे एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र से गुजरते है जिसकी दिशा कणों के वेग के लंबवत है। इस क्षेत्र में ये अल्फा-कण व सल्फर आयन क्रमशः $r_\alpha$ एवं $r_5$ की त्रिज्याओं वाली वृत्ताकार कक्षाओं में घूमते हैं। अनुपात $\left(r_5 / r_\alpha\right)$ का मान. . . . होगा।

  • [IIT 2021]

एक आवेशित कण एक समरुप चुम्बकीय क्षेत्र में गति करता है। किसी क्षण पर कण का वेग चुम्बकीय क्षेत्र के साथ न्यून कोण बनाता है। कण का पथ होगा

$q$ आवेश एवं $m$ द्रव्यमान का एक कण $v$ वेग से गति करता हुआ चुम्बकीय क्षेत्र $B$ में लम्बवत् प्रवेश करता है, तो उसके द्वारा बनाये गये वृत्ताकार पथ की त्रिज्या होगी

चित्रानुसार, आवेशित और अनावेषित कणों से बनी एक समांतरित (एक दिशिकृत) किरण पुंज किसी पटल पर चिन्हित छिद्र $P$ की ओर निर्देशित है. यदि चित्र के अनुसार वैद्युत और तल के लम्बवत (out of the plane) चुम्बकीय क्षेत्रों को शुरू कर दिया जाए तो निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?

  • [KVPY 2020]