$4.0 \times 10^6 \,ms ^{-1}$ के प्रारम्भिक चाल वाले एक इलेक्ट्रॉन को विद्युत क्षेत्र के द्वारा पूर्ण रूप से विराम अवस्था में ला दिया जाता है। इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान तथा आवेश क्रमशः $9 \times 10^{-31} \,kg$ एवं $1.6 \times 10^{-19} \,C$ है । इनमें से कौन सा कथन सत्य है?

  • [KVPY 2013]
  • A

    इलेक्ट्रॉन $11.4 \,\mu V$ के विभवांतर में निम्न विभव से उच्च विभव की ओर जाता है ।

  • B

    इलेक्ट्रॉन $11.4 \,\mu V$ के विभवांतर में उच्च विभव से निम्न विभव की ओर जाता है।

  • C

    इलेक्ट्रॉन $45 \,V$ के विभवांतर में निम्न विभव से उच्च विभव की ओर जाता है ।

  • D

    इलेक्ट्रॉन $45 \,V$ के विभवांतर में उच्च विभव से निम्न विभव की ओर जाता है ।

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धन आवेश को समविभव सतह पर चलाने में किया गया कार्य है

$(a)$ आवेश $4 \times 10^{-7} \,C$ के कारण इससे $9\, cm$ दूरी पर स्थित किसी बिंदु $P$ पर विभव परिकलित कीजिए

$(b)$ अब, आवेश $2 \times 10^{-9}\, C$ को अनंत से बिंदु $P$ तक लाने में किया गया कार्य ज्ञात कीजिए। क्या उत्तर जिस पथ के अनुदिश आवेश को लाया गया है उस पर निर्भर करता है?

एक कण का द्रव्यमान $‘m’$ तथा आवेश $‘q’$ है। इस कण को विभवान्तर $V$ वोल्ट से त्वरित किया जाता है। इसकी ऊर्जा होगी

जब एक प्रोटॉन $1\,V$ से त्वरित किया जाता है तो इसकी गतिज ऊर्जा .......$eV$ हो जायेगी

  • [AIPMT 1999]

एक आवेश $( - \,q)$ तथा अन्य आवेश $( + \,Q)$ क्रमश: दो बिन्दुओं $A$ व $B$ पर रखे हैं। आवेश $( + \,Q)$ को $B$ पर स्थिर रखते हुये, $A$ के आवेश $( - \,q)$ को बिन्दु $C$ तक इस प्रकार चलाते हैं कि $l$ भुजा का समबाहु त्रिभुज $ABC$ बन जाये। आवेश $( - \,q)$ को चलाने में किया गया कुल कार्य है