कोई धातु ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया कर उच्च गलनांक वाला यौगिक निर्मित करती है। यह यौगिक जल में विलेय है। यह तत्व क्या हो सकता है?
कार्बन
कैल्सियम
सिलिकन
लोहा
अभिक्रियाशील धातु को तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में डाला जाता है तो कौन सी गैस निकलती है? आयरन के साथ तनु $H _{2} SO _{4}$ की रासायनिक अभिक्रिया लिखिए।
सिल्वर धातु आयरन(II) सल्फ़ेट कॉपर(II) सल्फ़ेट जिक स सल्फेट नाइट्रेट
$A, B, C$ एवं $D$ चार धातुओं के नमूनों को लेकर एक-एक करके निम्न विलयन में डाला गया। इससे प्राप्त परिणाम को निम्न प्रकार से सारणीबद्ध किया गया है:
धातु | आयरन $(II)$ सल्फ़ेट | कॉपर $(II)$ सल्फ़ेट | जिंक सल्फेट | सिल्वर नाइट्रेट |
$A.$ |
कोई अभिक्रिया नहीं |
विस्थापन | ||
$B.$ | विस्थापन | कोई अभिक्रिया नहीं | ||
$C.$ | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं | विस्थापन |
$D.$ | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं |
इस सारणी का उपयोग कर धातु $A , B , C$ एवं $D$ के संबंध में निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
$(i)$ सबसे अधिक आभिक्रियाशील धातु कौन सी है?
$(ii)$ धातु $B$ को कॉपर $(II)$ सल्फेट के विलयन में डाला जाए तो क्या होगा?
$(iii)$ धातु $A , B , C$ एवं $D$ को अभिक्रियाशीलता के घटते हुए क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
आयनिक यौगिकों का गलनांक उच्च क्यों होता है?
एक व्यक्ति प्रत्येक घर में सुनार बनकर जाता है। उसने पुराने एवं मलीन सोने के आभूषणों में पहले जैसी चमक पैदा करने का ढोंग रचाया। कोई संदेह किए बिना ही एक महिला अपने सोने के कंगन उसे देती है जिसे वह एक विशेष विलयन में डाल देता है। कंगन नए की तरह चमकने लगते हैं लेकिन उनका वजन अत्यंत कम हो जाता है। वह महिला बहुत दुखी होती है तथा तर्क-वितर्क के पश्चात उस व्यक्ति को झुकना पड़ता है। एक जासूस की तरह क्या आप उस विलयन की प्रकृति के बारे में बता सकते हैं।
कारण बताइए : ऐलुमिनियम अत्यंत अभिक्रियाशील धातु है, फिर भी इसका उपयोग खाना बनाने वाले बर्तन बनाने के लिए किया जाता है।