आभासी एकाण्विक अभिक्रिया का उदाहरण है
हाइड्रोजन आयोडाइड का वियोजन
तनु विलयन में मेथिल एसीटेट का जल-अपघटन
फॉस्फोरस पेण्टाक्लोराइड का वियोजन
हाइड्रोजन परॉक्साइड का विघटन
अभिक्रिया $2 N _{2} O _{5} \rightarrow 4 NO _{2}+ O _{2}$ की दर को तीन तरह से लिख सकते हैं।
$\frac{-d[N_2O_5 ]}{dt} = k[N_2O_5]$
$\frac{d[NO_2 ]}{dt} = k'[N_2O_5]\,;$
$\frac{d[O_2 ]}{dt} = k"[N_2O_5]$
$k$ तथा $k'$ एवं $k$ तथा $k ^{\prime \prime}$ के बीच सम्बंध हैं।
डाईएजोनियम लवण निम्न प्रकार से विघटित होता है
${C_6}{H_5}N_2^ + C{l^ - } \to {C_6}{H_5}Cl + {N_2}$
${0\,^o}C$ ताप पर लवण की प्रारम्भिक सान्द्रता को दुगना कर देने पर ${N_2}$ का निष्कासन दुगना हो जाता है। अत: यह अभिक्रिया है
सूची-$I$ में $X$ विघटन के वेग व्यंजकों को सूची-$II$ में दिये गये तत्समान प्रोफाईल से मिलायें। $X _{ s }$ और $k$ उचित मात्रक के साथ नियतांक है।
$2 NO ( g )+ Cl _{2}( g ) \rightleftharpoons 2 NOCl ( s )$
इस अभिक्रिया का $-10^{\circ} C$ पर अध्ययन कर निम्न आंकडें प्राप्त हुए
प्रेक्षण | $[ NO ]_{0}$ | $\left[ Cl _{2}\right]_{0}$ | $r _{0}$ |
$1$ | $0.10$ | $0.10$ | $0.18$ |
$2$ | $0.10$ | $0.20$ | $0.35$ |
$3$ | $0.20$ | $0.20$ | $1.40$ |
$[ NO ]_{0}$ तथा $\left[ Cl _{2}\right]_{0}$ आरंभिक सान्द्रतायें हैं तथा $r _{0}$ आरंभिक अभिक्रिया दर है। अभिक्रिया की सम्पूर्ण कोटि है.............। (निकटतम पूर्णांक में)
कुछ द्विआण्विक अभिक्रियायें जो प्रथम कोटि अभिक्रिया का अनुसरण करती हैं, कहलाती हैं