एक आदर्श गैस को $27°C$ पर रुद्धोष्म संपीडित किया जाता है कि उसका आयतन, प्रारम्भिक आयतन का $8/27 $ गुना हो जाता है यदि $\gamma = 5/3$ है, तो ताप वृद्धि ....... $K$ होगी
$450 $
$375 $
$225 $
$405 $
रुद्धोष्म प्रक्रम हेतु असत्य कथन है
किसी गैस की आन्तरिक ऊर्जा बढ़ जाएगी जब उसका
रुद्धोष्म प्रसार में
एक ही गैस $(\gamma = 3/2)$ के तीन नमूनों $A, B$ एवं $C$ के प्रारंभिक आयतन समान हैं। अब प्रत्येक नमूने का आयतन दोगुना कर दिया जाता है, $A$ के लिए प्रक्रम रुद्धोष्म, $B$ के लिए समदाबी एवं $C$ के लिए समतापी है। यदि तीनों नमूनों के अन्तिम ताप समान हैं, तब इनके प्रारम्भिक दाबों का अनुपात होगा
सामान्य ताप व दाब पर $1$ मोल द्विपरमाण्विक गैस को रुद्धोष्म रीति से संपीड़ित करके इसका आयतन आधा कर दिया जाता है, तब गैस पर किया गया कार्य........ $J$ है ($\gamma = 1.41$)