विद्युत चुम्बकीय तरंग किसी माध्यम में संचरित होती है, माध्यम की आपेक्षिक चुम्बकशीलता $1.3$ एवं आपेक्षिक विद्युतशीलता $2.14$ है। इस माध्यम में विद्युत चुम्बकीय तरंग की चाल होगी
$13.6 \times {10^6}\,m/s$
$1.8 \times {10^2}\,m/s$
$3.6 \times {10^8}\,m/s$
$1.8 \times {10^8}\,m/s$
$0.5\,\,W/{m^2}$ तीव्रता के विकिरण किसी धात्विक प्लेट पर आपतित होते है। प्लेट पर आरोपित दाब होगा
एक आवेशित कण अपनी माध्य साम्यावस्था के दोनों ओर $10^{9} \,Hz$ आवृत्ति से दोलन करता है। दोलक द्वारा जनित वैध्यूतचुंबकीय तरंगों की आवृत्ति कितनी है?
नीचे कथन दिये गये है :
कथन $I$: विद्युत चुम्बकीय तरंगे ऊर्जा का संचरण करती है जब वह आकाश में/ गति करती है और इस ऊर्जा में विद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र का बराबर भाग होता है।
कथन $II$: जब कोई विद्युत चुम्बकीय तरंग किसी तल से टकराती है तो तल पर एक दाब आरोपित होता है। उपरोक्त कथनों के संदर्भ में, नीचे दिए गए विकल्पों में सबसे उचित उत्तर चुनिए :
एक लम्बे सीधे तार का प्रतिरोध $R$, त्रिज्या $ a$ एवं लम्बाई $l$ है तथा इसमें $I$ परिमाण की नियत धारा प्रवाहित होती है, तो तार के लिए पोंटिंग सदिश का मान होगा
$X$-अक्ष के अनुदिश चलते हुए प्रकाश का किरण पुँज निम्न विद्युत क्षेत्र द्वारा निरूपित है : $E _{ y }=900 \sin \omega( t - X / c )$ । एक आवेश $q$ जो कि $Y$-अक्ष के अनुदिश $3 \times 10^7\,ms ^{-1}$ की चाल से चल रहा है, इस आवेश पर लगने वाले विद्युत बल एवं चुम्बकीय बल का अनुपात होगा :[प्रकाश की चाल $=3 \times 10^8\,ms ^{-1}$ ]