विद्युत चुम्बकीय $(EM)$ तरंगों के प्रसिद्ध गुणों की नीचे दी गई व्याख्या में से सही कथन ज्ञात कीजिए।
$A.$ किसी समतलीय विद्युत चुम्बकीय तरंग में, विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र एक-दूसरे के लम्बवत् होने चाहिए एवं तरंग के संचरण की दिशा विद्यत क्षेत्र या चुम्बकीय क्षेत्र के अनुदिश होनी चाहिए।
$B.$ विद्युत चुम्बकीय तरंग में निहित ऊर्जा, विद्युत एवं चुम्बकीय श्रोतों में एक समान रूप से विभाजित होती है।
$C.$ विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र, दोनों एक-दूसरे के समानान्तर होते हैं, एवं तरंग के संचरण की दिशा के लम्बवत् होते हैं।
$D.$ विद्युत क्षेत्र, चुम्बकीय क्षेत्र एवं तरंग संचरण की दिशा, आपस में एक-दूसरे के लम्बवत् होने चाहिए।
$E.$ चुम्बकीय क्षेत्र के आयाम एवं विद्युत क्षेत्र के आयाम का अनुपात प्रकाश की चाल के बराबर होता है।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर चनिए:
केवल $D$
केवल $B$ एवं $D$
केवल $B , C$ एवं $E$
केवल $A , B$ एवं $E$
एक $110\,W$ के प्रकाश बल्ब की लगभग $10\,\%$ शक्ति दृश्य विकिरण में परिवर्तित होती है। बल्ब से $1\,m$ की दूरी से $5\,m$ की दूरी तक दृश्य विकिरण की औसत तीव्रताओं में आया अंतर $a \times 10^{-2}\,W / m ^2$ है। ' $a$ ' का मान $..............$ होगा।
$X$-अक्ष के अनुदिश चलते हुए प्रकाश का किरण पुँज निम्न विद्युत क्षेत्र द्वारा निरूपित है : $E _{ y }=900 \sin \omega( t - X / c )$ । एक आवेश $q$ जो कि $Y$-अक्ष के अनुदिश $3 \times 10^7\,ms ^{-1}$ की चाल से चल रहा है, इस आवेश पर लगने वाले विद्युत बल एवं चुम्बकीय बल का अनुपात होगा :[प्रकाश की चाल $=3 \times 10^8\,ms ^{-1}$ ]
किसी अल्प आयतन में वैद्युतचुंबकीय तरंग की ऊर्जा जिस आवृत्ति के साथ दोलन करती है, वह है
एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग, जो निर्वात में $x$ दिशा में चल रही है, का विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }= E _{0} \hat{ j } \cos (\omega t - kx )$. है। समय $t =0$ पर इसका चुम्बकीय क्षेत्र होगा ।
किसी गतिमान विघुत चुम्बकीय तरंग में चुम्बकीय क्षेत्र का शिखर मान $20\, nT$ है तब विघुत-क्षेत्र का शिखर मान ...........$V / m$ होगा