एक प्रकाश पुंज $E =800\, \sin \omega\left( t -\frac{ x }{ c }\right)$ से वर्णित है। एक इलेक्ट्रॉन $3 \times 10^{7} \,ms ^{-1}$ चाल से प्रकाश पुंज के अभिलम्बवत गति करता है। इलेक्ट्रॉन पर लगने वाला अधिकतम चुम्बकीय बल क्या है?
$1.28 \times 10^{-18}\, {N}$
$1.28 \times 10^{-21}\, {N}$
$12.8 \times 10^{-17} \,{N}$
$12.8 \times 10^{-18} \,{N}$
$\lambda$ तरंगदैर्ध्य की एक समतल विद्युत चुम्बकीय तरंग की तीव्रता $I$ है। यह धनात्मक $Y$-दिशा में गमन कर रही है। विद्युत तथा चुम्बकीय क्षेत्र के लिये दिये गये मान्य सम्बन्ध हैं
किसी अल्प आयतन में वैद्युतचुंबकीय तरंग की ऊर्जा जिस आवृत्ति के साथ दोलन करती है, वह है
एक एन्टीना एक परावैद्युत माध्यम जिसका परावैद्युत नियतांक $6.25$ है, में स्थित है। यदि एन्टीने का अधिकतम आकार $5.0 mm$ है यह न्यूनतम आवृति $GHz$ का विकिरण उत्पन्न कर सकता है। ( $\mu_{ r }=1$ परावैद्युत माध्यम के लिये)
$25 \times 10^{4}$ वाट/मी $^{2}$ ऊर्जा फ्लक्स का प्रकाश, किसी पूर्णत: परावर्तक पृष्ठ (सतह) पर लम्बवत् आपतित होता है। यदि इस पृष्ठ का क्षेत्रफल $15$ सेमी हो तो, पृष्ठ पर आरोपित औसत बल होगा
यदि निर्वात में विद्युत चुम्बकीय तरंग की चाल $c$ है, तो $K$ परावैद्युतांक एवं ${\mu _r}$ आपेक्षिक चुम्बकशीलता वाले माध्यम में इसकी चाल होगी