एक रासायनिक अभिक्रिया $A \to B$ के लिये यह पाया गया कि $A$ का सान्द्रण चार गुना करने पर अभिक्रिया का वेग दो गुना हो जाता है। इस अभिक्रिया के लिये $ A $ की कोटि है
$2$
$1$
$0.5$
$0$
गैस प्रावस्था में $318 \,K$ पर $\left[ N _{2} O _{5}\right]$ के अपघटन की $\left[2 N _{2} O _{5} \rightarrow 4 NO _{2}+ O _{2}\right]$ अभिक्रिया के आँकड़े नीचे दिए गए हैं-
$t/s$ | $0$ | $400$ | $800$ | $1200$ | $1600$ | $2000$ | $2400$ | $2800$ | $3200$ |
${10^2} \times \left[ {{N_2}{O_5}} \right]/mol\,\,{L^{ - 1}}$ | $1.63$ | $1.36$ | $1.14$ | $0.93$ | $0.78$ | $0.64$ | $0.53$ | $0.43$ | $0.35$ |
$(i)$ $\left[ N _{2} O _{5}\right]$ एवं $t$ के मध्य आलेख खींचिए।
$(ii)$ अभिक्रिया के लिए अर्धयु की गणना कीजिए।
$(iii)$ $\log \left[ N _{2} O _{5}\right]$ एवं $t$ के मध्य ग्राफ खींचिए।
$(iv)$ अभिक्रिया के लिए वेग नियम क्या है?
$(v)$ वेग स्थिरांक की गणना कीजिए।
$(vi)$ $k$ की सहायता से अर्धायु की गणना कीजिए तथा इसकी तुलना $(ii)$ से कीजिए।
$A$ और $B$ से $C$ प्राप्त करने की अभिक्रिया में $A $ में प्रथम कोटि गतिज तथा $B$ में द्वितीय कोटि प्रदर्शित होती है। दर समीकरण निम्न में से किस प्रकार से लिखा जा सकता है
अणु $X$ का $Y$ में रूपांतरण द्वितीय कोटि की बलगतिकी के अनुरूप होता है। यदि $X$ की सांद्रता तीन गुनी कर दी जाए तो $Y$ के निर्माण होने के वेग पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
एक अभिक्रिया का दर स्थिरांक $K,$ प्रभावित होता है
अभिक्रिया $RCl + NaOH(aq) \to ROH + NaCl$ के लिये दर-नियम, दर $ = {K_1}[RCl]$ द्वारा दिया गया है, तो अभिक्रिया की दर होगी