चित्र में दिखाए हुए एक मुक्त पिण्ड आरेख में, चार बल ' $x$ ' एवं ' $y$ ' अक्षों की दिशाओं में लग रहे हैं। कितने मान का अतिरिक्त बल, धनात्मक $x$-अक्ष से कितने कोण पर आरोपित करना पडेगा, जिससे पिण्ड के परिणामी त्वरण का मान शून्य हो जाएगा?
$\sqrt{2} N , 45^{\circ}$
$\sqrt{2} N , 135^{\circ}$
$\frac{2}{\sqrt{3}} N , 30^{\circ}$
$2 N , 45^{\circ}$
द्रव्यमान $M$ व $m$ के पिण्ड एक भारहीन डोरी द्वारा बँधे हुये हैं, तथा एक बल $F$ द्वारा घर्षणरहित तल पर खींचे जाते हैं। द्रव्यमान $m$ का त्वरण होगा
एक दोष पूर्ण तुला की दोनों भुजायें समान हैं। वस्तु को एक पलडे़ में डालने पर इसका भार $X$ तथा दूसरे पलडे़ में डालने पर $Y$ प्राप्त होता है, तब वस्तु का वास्तविक भार $W$ होगा
छत से $10\, kg$ के एक द्रव्यमान को एक रस्सी से ऊर्ध्वाधर लटकाया गया $9$ रस्सी के किसी बिन्दु पर एक क्षैतिज बल लगाने से रस्सी छत वाले बिन्दु पर $45^{\circ}$ कोण से विचलित हो जाती है। यदि लटका हुआ द्रव्यमान साम्यावस्था में है तो लगाये गये बल का मान $.....\,N$ होगा।
(दिया है : $g =10 \,ms ^{-2}$ )
एक किताब मेज पर रखी हुई है। किताब की मेज पर क्रिया तथा मेज की किताब पर प्रतिक्रिया के बीच का कोण ............ $^o$ है
किसी मेज पर एक-एक रुपये के दस सिक्कों को एक के ऊपर एक करके रखा गया है। प्रत्येक सिक्के की संहति $m$ है। निम्नलिखित प्रत्येक स्थिति में बल का परिमाण एवं दिशा लिखिए:
$(a)$ सातवें सिक्के (नीचे से गिनने पर) पर उसके ऊपर रखे सभी सिक्कों के कारण बल,
$(b)$ सातवें सिक्के पर आठवें सिक्के द्वारा आरोपित बल, तथा
$(c)$ छठे सिक्के की सातवें सिक्के पर प्रतिक्रिया।