द्वि-परमाणुक अणुओं के दो $2 p_z$ कक्षकों के अतिव्यापन के द्वारा बने आण्विक कक्षकों के बारे में सही कथन है (हैं)
$(A)$ $\sigma$ कक्षक के कुल दो नोडल तल (nodal planes) है।
$(B)$ आण्विक अक्ष अन्तर्विष्ट $x z$-तल में $\sigma^*$ कक्षक का एक नोड है।
$(C)$ $\pi$ कक्षक में एक नोड उस तल में है जो कि आण्विक अक्ष के लम्बवत है और अणु के केंद्र से गुजरता है।
$(D)$ आण्विक अक्ष अन्तर्विष्ट $x y$-तल में $\pi^*$ कक्षक का एक नोड है।
$A,B$
$A,C$
$A,B,C$
$A,D$
अभिकथन और तर्क को समझकर सही विकल्प चुनिए।
अभिकथन : हाइड्रोजन के आबंधी आण्विक कक्षक में इलेक्ट्रॉन घनत्व नाभिकों के बीच बढ़ा हुआ होता है।
तर्क : आबंधी आण्विक कक्षक $\psi_{ A }+\psi_{ B }$ है जो संयोजी इलेक्ट्रॉन तरंगों का विनाशी व्यतिकरण दर्शाता है।
स्पीशीज के जिस युग्म में आबन्ध क्रम एक समान है वह है
${O_2}$ का बन्ध क्रम है
$C _2^{2-}, N _2^{2-}$ व $O _2^{2-}$ के बंध क्रम का सही क्रम क्रमश: है-
ऑक्सीजन अणु के अनुचुम्बकीय प्रकृति की सबसे अच्छी व्याख्या का आधार है