निम्न में से गलत कथन चुनें। कूलॉम का नियम उस विद्युत बल को सही परिभाषित करता है, जो
परमाणु के इलेक्ट्रॉनों को इसके नाभिक से बाँधता है
परमाणु के नाभिक में प्रोटॉनों एवं न्यूट्रॉनों को बाँधता है
परमाणुओं को परस्पर बाँधकर अणु बनाता है
अणुओं एवं परमाणुओं को परस्पर बाँधकर ठोस बनाता है
समान परिमाण तथा विपरीत प्रकृति के दो आवेश किसी निश्चित दूरी पर रखे हैं। इनके कारण उदासीन बिन्दु
$4$ सेमी और $6$ सेमी की त्रिज्या के दो गोलों $A$ और $B$ को क्रमश: $80\,\mu C$ और $40\,\mu C$ आवेश दिया जाता है। इन दोनों को पतले तार से जोड़ा जाता है तो एक गोले से आवेश दूसरे गोले को जावेगा
$R$ त्रिज्या वाले चालक गोले पर आवेश $q$ तथा $2R$ त्रिज्या वाले चालक गोले पर आवेश $-2q$ है। यदि इन्हें एक तार से आपस में सम्पर्कित कर दें तो इनके मध्य प्रवाहित आवेश होगा
चित्रानुसार, बिन्दु आवेश $q$ धनात्मक $X - $अक्ष की दिशा के समान्तर एकसमान विद्युत क्षेत्र में $P$ से $S$ की दिशा में $PQRS$ के अनुदिश गति करता है।$P,\,Q,\,R$ व $S$ के निर्देशांक क्रमश: $(a,\,b,\,0),\;(2a,\,0,\,0),\;(a,\, - b,\,0)$ व $(0,\,0,\,0)$ हैं। क्षेत्र द्वारा उपरोक्त प्रक्रिया में किया गया कार्य है
समान त्रिज्याओं के दो गोलाकार चालकों $B$ एवं $C$ पर आवेश की मात्रा समान है तथा उन्हें एक-दूसरे से कुछ दूर रखने पर उनके बीच लगने वाला प्रतिकर्षण बल $F$ है । उतनी ही त्रिज्या वाले एक अन्य अनावेशित चालक का संपर्क पहले $B$ से कराते हैं और फिर $C$ से संपर्क कराकर उसे हटा दिया जाता है । $B$ तथा $C$ के बीच लगने वाला बल अब कितना होगा