यदि एक ${H_2}$ नाभिक पूर्णत: ऊर्जा में परिवर्तित हो जाये तो उत्पन्न ऊर्जा ........$MeV$ होगी

  • A

    $1$

  • B

    $931$

  • C

    $9.38$

  • D

    $238$

Similar Questions

नीचे दो कथन दिए गए है। एक को अभिकथन $A$ एवं दूसरे का कारण $\mathrm{R}$ कहा गया है।

अभिकथन $(A):{ }_5^{10} \mathrm{~B},{ }_3^6 \mathrm{Li},{ }_{26}^{56} \mathrm{Fe},{ }_{10}^{20} \mathrm{Ne}$ तथा ${ }_{83}^{209} \mathrm{Bi}$ नाभिकों के नाभिकीय घनत्व को निम्न प्रकार व्यवस्थित किया जा सकता है, $\rho_{\mathrm{Bi}}^{\mathrm{N}}>\rho_{\mathrm{Fe}}^{\mathrm{N}}>\rho_{\mathrm{Ne}}^{\mathrm{N}}>\rho_{\mathrm{B}}^{\mathrm{N}}>\rho_{\mathrm{Li}}^{\mathrm{N}}$.

कारण $(\mathrm{R})$ : नाभिक की त्रिज्या $\mathrm{R}$ इसकी द्रव्यमान संख्या $A$ से $R=R_0 A^{1 / 3}$ के अनुसार संबंधित होती है जहाँ $\mathrm{R}_0$ एक नियतांक है।

उपरोक्त कथनों कें संदर्भ में, नीचे दिये गये विकल्पों से सही उत्तर चुनिए :

  • [JEE MAIN 2023]

नाभिकीय बल प्रभावी होने के लिए दूरी की कोटि है

एक नाभिक दो नाभिकों में टूटता है जिनके वेगों का अनुपात  $2 : 1$ है। इनके नाभिकीय आकारों का अनुपात होगा (नाभिकीय त्रिज्या)

  • [AIEEE 2004]

विराम में स्थित एक भारी नाभिक दो टुकड़ों में टूट जाता है। ये टुकड़े $8:1$ के वेग से गतिमान हो जाते हैं। तो टुकड़ों की त्रिज्याओं का अनुपात होगा

स्वर्ण के समस्थानिक ${ }_{79}^{197} Au$ एवं रजत के समस्थानिक ${ }_{47}^{107} Ag$ की नाभिकीय त्रिज्या के अनुपात का सन्नकट मान ज्ञात कीजिए।