नाभिकीय बल होते हैं
लघु परासीय, आकषी एवं आवेश पर निर्भर नहीं
लघु परासीय, आकषी एवं आवेश पर निर्भर
दीर्घ परासीय, प्रतिआकषी एवं आवेश पर निर्भर नहीं
दीर्घ परासीय, प्रतिआकषी एवं आवेश पर निर्भर
माना कि प्रोटोन एवं न्यूट्रॉन का द्रव्यमान समान है। नाभिक की त्रिज्या $1.5 \times 10^{-15} \mathrm{~A}^{1 / 3} \mathrm{~m}$ तथा न्यूक्लियॉन का द्रव्यमान $1.6 \times 10^{-27} \mathrm{~kg}$ है। नाभिकीय घनत्व तथा पानी के घनत्व का अनुपात लगभग $\mathrm{n} \times 10^{13}$ है। $\mathrm{n}$ का मान . . . . . . है।
एक नाभिक दो नाभिकों में टूटता है जिनके वेगों का अनुपात $2 : 1$ है। इनके नाभिकीय आकारों का अनुपात होगा (नाभिकीय त्रिज्या)
न्यूट्रॉन का द्रव्यमान समान होता है
हीलियम नाभिक में होते हैं
यूरेनियम नाभिक के घनत्व की कोटि है $({m_p} = 1.67 \times {10^{ - 27}}kg)$