यदि तात्कालिक धारा का मान $i = 4\cos \,(\omega \,t + \phi )$ ऐम्पियर है, तो धारा का वर्ग माध्य मूल होगा
$4$ ऐम्पियर
$2\sqrt 2 $ ऐम्पियर
$4\sqrt 2 $ ऐम्पियर
शून्य ऐम्पियर
किसी $ac$ स्रोत की वोल्टता व समय में $S.I$. मात्रकों में निम्न सम्बन्ध है, $V = 120\sin \,\,(100\pi t)\cos \,(100\pi )$ शीर्ष वोल्टता तथा आवृत्ति का मान होगा
वह प्रक्रिया जिसके द्वारा $ac$, $dc$ में बदलती है, कहलाती है
एक प्रत्यावर्ती वोल्टेज = $200\sqrt 2 \sin (100\,t)$ को $1 \,mF$ धारिता के संधारित्र के साथ $ac$ अमीटर से जोड़ा गया है। अमीटर का पाठ्यांक.......$mA$ होगा
एक विद्युत लैम्प $220 V, 50 Hz$ के स्त्रोत से जोड़ा गया तब वोल्टेज का शिखर मान ......$V$ होगा
यदि एक $ac$ परिपथ में विभव का मान $10V$ है तब विभव का शिखर मान है