समप्टि में किसी बिन्दु $( x , y , z ) m$ पर विद्युत विभव $V =3 x ^2$ $volt$ से दिया जाता है। बिन्दु $(1,0,3) m$ पर विद्युत क्षेत्र होगा:-
$3\,Vm ^{-1}$, धनात्मक $x$-दिशा की ओर
$3\,Vm ^{-1}$, ऋणात्मक $x$-दिशा की ओर
$6\,Vm ^{-1}$, धनात्मक $x$-दिशा की ओर
$6\,Vm ^{-1}$, ऋणात्मक $x$-दिशा की ओर
किसी स्थिरवैद्युत आवेश वितरण का विभव निम्न समीकरण के द्वारा दिया गया है $V(r)=\frac{q e^{-\alpha r}}{4 \pi \varepsilon_0 r}$ जहां $\alpha$ धनात्मक है। एक $1 / \alpha$ त्रिज्या के गोले, जिसका केंद्र मूल बिन्दु (origin) पर है, के अंदर कुल आवेश होगा:
दो समान्तर क्षैतिज प्लेट जो एक दूसरे से $2$ सेमी. दूरी पर हैं के मध्य $12000 \,V$ का विभवान्तर आरोपित किया जाता है। एक तेल बूंद जिस पर $2e$ आवेश है प्लेटों के मध्य स्थिर है। यदि तेल का घनत्व $900$ किमी./मी$^3$ हो तो बूंद की त्रिज्या होगी
दो समान्तर पट्टिकाओं के बीच की दूरी $5\,mm$ है और इनके बीच $50\,V$ का विभवान्तर है। ${10^{ - 15}}\,kg$ द्रव्यमान और ${10^{ - 11}}\,C$ कूलॉम आवेश वाला एक कण ${10^7}\,m/s$ के वेग से इसमें प्रवेश करता है। इस कण का त्वरण होगा
निम्न चित्र में समविभवी सतहें प्रदर्शित हे। विद्युत क्षेत्र की तीव्रता होगी
यदि किसी क्षेत्र में विभव (वोल्ट में) $V ( x , y , z )=6 xy -y +2 yz ,$ से निर्दिप्ट किया जाये तो बिन्दु $(1,1,0)$ पर विधुत क्षेत्र $(N/C$ में$)$ है :