यदि पिण्ड की गतिज ऊर्जा प्रारम्भिक मान की चार गुनी हो जाए तब इसका संवेग
प्रारम्भिक मान का दो गुना हो जाएगा
प्रारम्भिक मान का तीन गुना हो जाएगा
प्रारम्भिक मान का चार गुना हो जाएगा
अपरिवर्तित रहेगा
$DNA$ में एक बंध को खण्डित करने के लिए आवश्यक ऊर्जा $10^{-20}\, J$ है। $eV$ में यह मान है, लगभग :
परीक्षण कीजिए और बताइए
$(a)$ डी.एन.ए, के एक आबंध को तोड़ने के लिए आवश्यक ऊर्जा ( इलेक्ट्रॉन-वोल्ट में);
$(b)$ वायु के एक अणु की गतिज ऊर्जा $\left(10^{-21}\, J \right.$ ) इलेक्ट्रॉन-वोल्ट में
$(c)$ किसी वयस्क मानव का दैनिक आहार (किलो कैलोरी में )
$1$ वोल्ट विभवान्तर से त्वरित इलेक्ट्रॉन द्वारा प्राप्त ऊर्जा कहलाती है
एक बम को स्थिर रखा गया है। अचानक इसमें विस्फोट होता है तथा यह $1 \,g$ तथा $3\;g$ के टुकड़ों में टूट जाता है। टुकड़ों की कुल गतिज ऊर्जा $6.4 \times {10^4}J$ है। छोटे टुकड़े की गतिज ऊर्जा होगी
${m_1}$ द्रव्यमान का कोई पिण्ड ${v_1}$वेग से गतिशील है, तथा ${m_2}$द्रव्यमान का एक अन्य पिण्ड ${v_2}$ वेग से गतिशील है। दोनों पिण्डों के संवेग समान परंतु गतिज ऊर्जा भिन्न, व क्रमश: ${E_1}$व ${E_2}$ हैं। यदि ${m_1} > {m_2}$ तब