माना कि किसी कण, जिसका स्थित सदिश $ \overrightarrow {r\,} $ है, पर लगने वाला बल $ \overrightarrow F $ है, एवं मूल बिन्दु के परित: इस बल का बल आघूर्ण $ \overrightarrow T $ है तो

  • A

    $ \overrightarrow {\,r} .\overrightarrow T = 0{\rm{ }} $ तथा $ \overrightarrow F .\overrightarrow T = 0 $

  • B

    $ \overrightarrow r .\overrightarrow T = 0{\rm{ }} $ तथा $ \overrightarrow F .\overrightarrow T \ne 0 $

  • C

    $ \overrightarrow {\,r} .\overrightarrow T \ne 0 $ तथा $ \overrightarrow F .\overrightarrow T = 0 $

  • D

    $ \overrightarrow r .\overrightarrow T \ne 0{\rm{ }} $ तथा $ \overrightarrow F .\overrightarrow T \ne 0 $

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एक गाड़ी $({\rm{car}})$ का पहिया $1200$ चक्कर प्रति मिनट की दर से घूम रहा है। गाड़ी के त्वरक $({\rm{accelerator}})$ को दबाने पर यह $10\,sec$ बाद $4500$ चक्कर प्रति मिनट लगाने लगता है। पहिये का कोणीय त्वरण है

लोहे एवं एल्यूमीनियम का उपयोग करके एक वृत्तीय चकती इस प्रकार बनायी जाती है कि इसका जड़त्व आघूर्ण इसकी ज्यामितीय अक्ष के परित: अधिकतम हो, तो इसके लिए

एक पतली वृत्ताकार प्लेट, जिसका द्रव्यमान $1\,kg$ तथा व्यास $0.2\,m$ है, का इसके किसी व्यास के परित: जड़त्व आघूर्ण होगा

$ M $ द्रव्यमान एवं $ R $ त्रिज्या का एक ठोस गोला $ L $ लम्बाई तथा $ h $ ऊँचाई के नत सतमल पर बिना फिसले नीचे की ओर लुढ़क रहा है। तली पर पहुंचने पर इसके द्रव्यमान केन्द्र का वेग होगा

कोणीय संवेग है