एक पतली वृत्ताकार प्लेट, जिसका द्रव्यमान $1\,kg$ तथा व्यास $0.2\,m$ है, का इसके किसी व्यास के परित: जड़त्व आघूर्ण होगा
$ 5 \times {10^{ - 3}}\,kg{\rm{ - }}{m^2} $
$ 2.5 \times {10^{ - 3}}\,kg{\rm{ - }}{m^2} $
$ 4 \times {10^{ - 2}}\,kg{\rm{ - }}{m^2} $
$ 0.2\;kg{\rm{ - }}{m^2} $
बिन्दु $\mathop r\limits^ \to = (3\hat i + 2\hat j + 3\hat k)\,m$ पर कार्य करने वाला एक बल $\mathop F\limits^ \to = (2\hat i - 3\hat j + 4\hat k\,)\,N$ का मूल बिन्दु के परित: आघूर्ण होगा
$20\,gm,\,30\,gm$ एवं $50\,gm$ द्रव्यमान वाले तीन कणों के वेग क्रमश: $10\,\hat i,\,\,10\hat j$ एवं $\,10\,\hat k$ हैं। इन तीन कणों के द्रव्यमान-केन्द्र का वेग है
प्रारम्भ में विराम स्थिति से दो कण $A$ व $B$ एक दूसरे की तरफ, परस्पर आकर्षण बल के कारण गति करते हैं। जब $A$ की चाल $v$ तथा $B$ की चाल $2v$ है, उस क्षण निकाय के द्रव्यमान केन्द्र की चाल है
माना कि किसी कण, जिसका स्थित सदिश $ \overrightarrow {r\,} $ है, पर लगने वाला बल $ \overrightarrow F $ है, एवं मूल बिन्दु के परित: इस बल का बल आघूर्ण $ \overrightarrow T $ है तो
एक पहिए के केंद्र से जाने वाली अक्ष के परित: उसका जड़त्व आघूर्ण $ 200\,\,kg\,{\rm{ - }}{m^2} $ है। पहिए को घुमाने हेतु $1000 \,N-m$ का नियत बल आघूर्ण लगाया जाता है। $3$ सैकण्ड पश्चात् पहिए का कोणीय वेग ........ रेडियन/सै होगा