यूरेनियम नाभिक के घनत्व की कोटि है $({m_p} = 1.67 \times {10^{ - 27}}kg)$
${10^{20}}kg/{m^3}$
${10^{17}}kg/{m^3}$
${10^{14}}kg/{m^3}$
${10^{11}}kg/{m^3}$
नाभिक की द्रव्यमान संख्या
दो न्यूक्लियॉन एक दूसरे से $1 \times {10^{ - 15}}$$m$ दूर है। यदि दोनों न्यूट्रॉन हों तो उनके मध्य बल ${F_1},$ यदि दोनों प्रोटॉन हों तो बल ${F_2}$ तथा यदि इनमें से एक प्रोटॉन तथा अन्य न्यूट्रॉन हो तो बल ${F_3}$ हो, तो इस स्थिति में
एक नाभिक दो नाभिकों में टूटता है जिनके वेगों का अनुपात $2 : 1$ है। इनके नाभिकीय आकारों का अनुपात होगा (नाभिकीय त्रिज्या)
प्रोटॉन का न्यूट्रॉन में क्षय।
परमाणु के नाभिक के कण होते हैं