आयताकार निर्देशांक पद्धति में किसी कण की स्थिति $(3, 2, 5)$ है। इसका स्थिति सदिश होगा
$3\hat i + 5\hat j + 2\hat k$
$3\hat i + 2\hat j + 5\hat k$
$5\hat i + 3\hat j + 2\hat k$
उपरोक्त में से कोई नहीं
कारण सहित बताइए कि अदिश तथा सदिश राशियों के साथ क्या निम्नलिखित बीजगणितीय संक्रियाएँ अर्थपूर्ण हैं ?
$(a)$ दो अदिशों को जोड़ना,
$(b)$ एक ही विमाओं के एक सदिश व एक अदिश को जोड़ना,
$(c)$ एक सदिश को एक अदिश से गुणा करना,
$(d)$ दो अदिशों का गुणन,
$(e)$ दो सदिशों को जोड़ना,
$(f)$ एक सदिश के घटक को उसी सदिश से जोड़ना
यदि $\mathop A\limits^ \to = 2\hat i + 4\hat j - 5\hat k$ तो सदिश $\mathop A\limits^ \to $ की दिक्कोज्यायें हैं
एक लड़का $400\, m× 300\, m$, आकार वाले आयताकार पार्क में किनारों के अनुदिश एक समान गति से चलता है पार्क के एक कोने से प्रारंभ कर वह विकर्णत: विपरीत कोने पर पहुँचता है। तब निम्न में से कौनसा कथन असत्य है
एक कण मूलबिंदु से चलकर $X-Y$ तल में सरल रेखा में गति करता है |कुछ समय पश्चात इसके निर्देशांक $(\sqrt 3 ,3)$ हो जाते है| कण के पथ का $X-$ अक्ष के साथ कोण बनेगा
निम्नलिखित में से प्रत्येक कथन को ध्यानपूर्वक पढ़िए और कारण सहित बताइए कि यह सत्य है या असत्य :
$(a)$ किसी सदिश का परिमाण सदैव एक अदिश होता है,
$(b)$ किसी सदिश का प्रत्येक घटक सदैव अदिश होता है,
$(c)$ किसी कण द्वारा चली गई पथ की कुल लंबाई सदैव विस्थापन सदिश के परिमाण के बराबर होती है,
$(d)$ किसी कण की औसत चाल ( पथ तय करने में लगे समय द्वारा विभाजित कुल पथ-लंबाई) समय के समान-अंतराल में कण के औसत वेग के परिमाण से अधिक या उसके बराबर होती है ।
$(e)$ उन तीन सदिशों का योग जो एक समतल में नहीं हैं, कभी भी शून्य सदिश नहीं होता ।