वृत्ताकार मार्ग पर प्रति मिनट $100$ बार घूमने वाले कण का कोणीय वेग है
$1.66\, rad/s$
$10.47 \,rad/s$
$10.47 \,deg/s$
$60 \,deg/s$
एक बेलनाकार पात्र आंशिक रूप से जल से भरा हुआ है। इसे इसकी ऊध्र्वाधर केन्द्रीय अक्ष के परित: घुमाया जाता है। जल की सतह
यदि वृत्ताकार पथ में गति करते हुए किसी पिंड (वस्तु) की चाल $10 \; ms ^{-1}$ है और यह अचर बनी रहती है तो, निम्नांकित में से कौनसा आलेख, त्वरण तथा त्रिज्या के बीच सम्बन्ध का ठीक (सही) चित्रण करता है ?
एक कण किसी वृत्ताकार पथ पर नियत चाल से गति कर रहा है। जब कण $90^{\circ}$ के कोण से घूमता है, तो इसके तात्क्षणिक वेग तथा औसत वेग का अनुपात $\pi: \mathrm{x} \sqrt{2}$ है। $\mathrm{x}$ का मान होगा:
वृत्तीय गति करती हुई वस्तु की कक्षीय चाल $v$ को दोगुना तथा कोणीय वेग$\omega $ को आधा करने पर अभिकेन्द्रीय त्वरण में क्या परिवर्तन होगा