दो कोरें $S_1$ तथा $S_2$, एक समतलीय संकेंद्री वृताकार पथ (coplanar concentric circular path) पर एक दूसरे के परस्पर विपरीत दिशा में गतिमान हैं । $S_1$ तथा $S_2$, का परिक्रमण काल (period of revolution) क्रमशः $3 \,min$ तथा $24 \,min$ है | यदि समय $t=0$ पर $S_1$ तथा $S_2$ एक दूसरे से अधिकतम दूरी पर हों तो, वे
$t=12 \,min$ पर सबसे करीब तथा $t=18 \,min$ पर सबसे दूर होंगे ।
$t=3 \,min$ पर सबसे करीब तथा $t=24 \,min$ पर सबसे दूर होंगे ।
$t=6 \,min$ पर सबसे करीब तथा $t=12 \,min$ पर सबसे दूर होंगे ।
$t=12 \,min$ पर सबसे करीब तथा $t=24 \,min$ पर सबसे दूर होंगे ।
एक वस्तु नियत चाल से वृत्तीय पथ पर गति कर रही है, तो इसका
एक कार $500$ मीटर त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर $30 m/sec$ की चाल से चल रही है। इसकी चाल $2m/s^{2}$ की दर से बढ़ रही है, तो कार का त्वरण ........ $m/sec^2$ होगा
एक समान वृत्तीय गतिशील कण के लिए, त्रिज्या $R$ के वृत्त पर स्थित बिन्दु $P ( R ,\theta )$ के लिए त्वरण $\overrightarrow{ a }$ है ( यहाँ $\theta, x-$ अक्ष से मापा गया है )
एक कण किसी दी गई त्रिज्या $R$ के वृत्तीय पथ पर नियत कोणीय वेग से गति करता है तथा इस पर अभिकेन्द्रीय बल $F$ क्रियाशील रहता है। यदि कोणीय वेग वही रहे किन्तु त्रिज्या आधी कर दें, तो नया बल होगा
एक पिण्ड $20$ सेमी त्रिज्या के वृत्ताकार मार्ग में घुमाया जा रहा है इसका कोणीय वेग $10$ रेडियन/सैकण्ड है। वृत्तीय मार्ग के किसी भी बिन्दु पर इसका रेखीय वेग ....... $m/s$ होगा