दो कोरें $S_1$ तथा $S_2$, एक समतलीय संकेंद्री वृताकार पथ (coplanar concentric circular path) पर एक दूसरे के परस्पर विपरीत दिशा में गतिमान हैं । $S_1$ तथा $S_2$, का परिक्रमण काल (period of revolution) क्रमशः $3 \,min$ तथा $24 \,min$ है | यदि समय $t=0$ पर $S_1$ तथा $S_2$ एक दूसरे से अधिकतम दूरी पर हों तो, वे

  • [KVPY 2017]
  • A

    $t=12 \,min$ पर सबसे करीब तथा $t=18 \,min$ पर सबसे दूर होंगे ।

  • B

    $t=3 \,min$ पर सबसे करीब तथा $t=24 \,min$ पर सबसे दूर होंगे ।

  • C

    $t=6 \,min$ पर सबसे करीब तथा $t=12 \,min$ पर सबसे दूर होंगे ।

  • D

    $t=12 \,min$ पर सबसे करीब तथा $t=24 \,min$ पर सबसे दूर होंगे ।

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$160\, m$ त्रिज्या वाले वक्र मार्ग पर $400 \,m/s$​ चाल से गति करती हुई रेलगाड़ी का त्वरण होगा

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यदि${a_r}$ तथा ${a_t}$त्रिज्यीय तथा स्पर्शरेखीय त्वरण है, तब कण एक समान वृत्तीय गति करेगा यदि

एक बिजली के पंखे की पंखुड़ियों की लम्बाई उसकी घूणीअक्ष से मापने पर $30 $ सेमी है। यदि पंखा $1200\, rpm$​ से घूम रहा है, तो पंखुड़ी की नोक का त्वरण ..........  $m/\sec^2$ होगा 

  • [AIPMT 1990]

$0.5$ किग्रा द्रव्यमान की एक गेंद $50 \mathrm{~cm}$ लम्बी एक डोरी से बाँधी गई है। गेंद को इसकी ऊर्ध्वाधर अक्ष के परितः एक क्षैतिज वृत्ताकार पथ पर घुमाया जाता है। डोरी द्वारा सहन करने वाला अधिकतम तनाव $400 \mathrm{~N}$ है। गेंद के कोणीय वेग का अधिकतम संभव मान (रेडियन/से. में) है :

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