जब एक द्रव को ताम्र-पात्र में भरकर गर्म किया जाता है, तब इसका आभासी प्रसार गुणांक $C$ है एवं जब इसे रजत-पात्र में गर्म किया जाता है तब इसका आभासी प्रसार गुणांक $S$ है। यदि ताम्र का रेखीय प्रसार गुणांक $A$ हो तब रजत का रेखीय प्रसार गुणांक है
$\frac{{C + S - 3A}}{3}$
$\frac{{C + 3A - S}}{3}$
$\frac{{S + 3A - C}}{3}$
$\frac{{C + S + 3A}}{3}$
जब एक द्वि-धात्विक पत्ती को गर्म किया जाता है, यह
एक घात्विक गोले के आयतन में वृद्धि $0.24\%$ है, यदि इसका ताप $40°C$ से बढ़ा दिया जाये। धातु का रेखीय प्रसार गुणांक ……$°C$ है।
पीतल तथा स्टील की छड़ों के रेखीय प्रसार गुणांक ${\alpha _1}$ तथा ${\alpha _2}$ हैं। यदि पीतल की छड़ की लम्बाई ${l_1}$ तथा स्टील की छड़ की लम्बाई ${l_2}$ तथा तापक्रम $0°C$ है। तब किसी ताप पर उनकी लम्बाईयों में अंतर ${l_2} - {l_1}$समान होगा यदि
धातु के बने हुए ठोस असमदैशिक घन के रेखीय प्रसार गुणांक इस प्रकार है : $5 \times 10^{-5} /{ }^{\circ} C \,x$-दिशा में तथा $5 \times 10^{-6} /{ }^{\circ} C$, $y$ तथा $z$-दिशाओं में। यदि इसका आयतन प्रसार गुणांक $C \times 10^{-16} /{ }^{\circ} C$ हो, तो $C$ का मान है।
समान लंबाई परन्तु अलग-अलग त्रिज्याओं वाले दो बेलनाकार चालक (cylindrical conductors) श्रेणीक्रम में (in series) दो ऊष्माशयों (heat baths) के बीच में जोड़े गए हैं, जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। इन ऊष्माशयओं का तापमान $T_1=300 \ K$ और $T_2=100 \ K$ हैं। बडेे चालक की त्रिज्या छोटे चालक की त्रिज्या की दोगुनी है। छोटे चालक की ऊष्मा चालकता (thermal conductivity) $K_1$ है और बड़े चालक की ऊष्मा चालकता $K_2$ है। यदि स्थायी अवस्था (steady state) में, बेलनों के संधि (junction) का तापमान $2000 \ K$ हो, तब $K_1 / K_2$ का मान .............. होगा।