कैथोड किरण की कण प्रकृति सिद्ध होने का कारण है
किरण का निर्वात् में चलना
किरणों का विद्युत और चुम्बकीय क्षेत्रों से विक्षेपित होना
किरणों के द्वारा प्रतिदीप्ति उत्पन्न करना
इनके द्वारा प्रतिछाया उत्पन्न करना
थॉमसन प्रयोग द्वारा इलेक्ट्रॉन के लिए $\frac{e}{m}$ ज्ञात करते समय, इलेक्ट्रॉन पुंज के स्थान पर म्युऑनों $(muons)$ (एक प्रकार का कण जिस पर आवेश इलेक्ट्रॉन के बराबर परन्तु द्रव्यमान इलेक्ट्रॉन का $208$ गुना होता है) उपयोग करते हैं। इस स्थिति में शून्य विक्षेप स्थिति होगी यदि
उत्सर्जित कैथोड किरणों की गतिज ऊर्जा निर्भर करती है
इलेक्ट्रॉनों की ऊर्जा बढ़ाई जा सकती है यदि
गैस विसर्जन नलिका में धनात्मक स्तम्भ का रंग निर्भर करता है
मिलिकन के तेल बूँद प्रयेाग में तेल बूंद का द्रव्यमान $16 \times {10^{ - 6}}kg$ है एवं यह बूँद ${10^6}V/m$ के विद्युत क्षेत्र में संतुलित की जाती है। बूँद पर कूलॉम में आवेश क्या होगा, जबकि $g = 10\,m/{s^2}$ है