मिलिकन के प्रयोग में तेल का उपयोग किया जाता है इसका कारण है
यह चिकना है
घनत्व अधिक है
यह वाष्पशील है
यह वाष्पशील नहीं है
कैथोड किरणों में होते हैं
कैथोड किरण की कण प्रकृति सिद्ध होने का कारण है
इलेक्ट्रॉनों की ऊर्जा बढ़ाई जा सकती है यदि
मिलिकन तेल बूँद के प्रयोग में $1.8 \times {10^{ - 14}}kg$ द्रव्यमान की एक आवेशित तेल की बूँद इसकी प्लेटों के मध्य स्थिर है। प्लेटों के मध्य की दूरी $0.90 cm$ तथा विभवान्तर $2.0$ किलो वोल्ट है। तेल की बूँद पर इलेक्ट्रॉन की संख्या है