अभिकेन्द्रीय त्वरण का सूत्र है
$v^2/r$
$vr$
$vr^2$
$v/r$
एक $L$ लम्बाई की नलिका में $M$ द्रव्यमान का असम्पीड्य द्रव भरा है तथा नली दोनों सिरों पर बन्द है। अब नली को इसके एक सिरे के सापेक्ष क्षैतिज तल में एकसमान कोणीय वेग $\omega $ से घुमाया जाता र्है, तो द्रव द्वारा दूसरे सिरे पर आरोपित बल होगा
एक कण $1$ मीटर त्रिज्या वाले वृत्त का एक चक्कर $10$ सैकण्ड में लगाता है। गति के दौरान उसका औसत वेग है
यदि एक कण वृत्तीय पथ पर इस प्रकार गति कर रहा है कि यह समान समय में समान कोण अंतरित करता है, तो इसका वेग सदिश
यदि किसी विरामघड़ी की सैकण्ड वाली सुई की लम्बाई $3 \,cm$ है, तब सुई के सिरे का कोणीय वेग तथा रेखीय वेग होगा
सड़कें वक्र पथ पर उठी हुई होती हैं जिससे