$10 \mathrm{~m}$ त्रिज्या वाले वृत्ताकार पथ पर एक वस्तु नियत चाल से चल रही हैं। यह वस्तु $4$ सेकेण्ड में एक चक्कर पूरा करती है। $3$ सेकेण्ड के अन्त में वस्तु का इसकी प्रारम्भिक स्थिति से विस्थापन है :
$30$
$15\,\pi$
$5\,\pi$
$10 \sqrt{2}$
जब कोई कण एकसमान वृत्तीय गति करता है, तो उसमें होता है
एक कार $500$ मीटर त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर $30 m/sec$ की चाल से चल रही है। इसकी चाल $2m/s^{2}$ की दर से बढ़ रही है, तो कार का त्वरण ........ $m/sec^2$ होगा
एक ठोस चकती किसी क्षैतिज पथ पर स्थिर वेग $\upsilon $ से दक्षिणावर्त बिना फिसले लुढ़क रही है। किसी स्थिर प्रेक्षक के सापेक्ष बिन्दु $A, B$ और $C$ के वेगों के परिमाण क्रमश: है
एक धावक $10$ मीटर त्रिज्या वाले वृत्ताकार मार्ग का एक चक्कर $40$ सैकण्ड में पूरा करता है। उसके द्वारा $2$ मिनट $20$ सैकण्ड में तय की गई दूरी ........ $m$ है
एक पंखा $600$ चक्कर प्रति मिनट लगा रहा है। कुछ समय पश्चात् यह $1200$ चक्कर प्रति मिनट लगाता है। तब इसके कोणीय वेग में वृद्धि है