दो आवेशित गोलों पर आवेश क्रमश: $+7\,\mu C$ एवं $-5\,\mu C$ हैं, एवं इनके मध्य कार्यरत बल $F$ है। यदि प्रत्येक को $-2\,\mu C$ का अतिरिक्त आवेश दे दिया जाये तो इनके मध्य नया आकर्षण बल होगा
$F$
$F / 2$
$F/\sqrt 3 $
$2F$
जाँच द्वारा सुनिश्चित कीजिए कि $k e^{2} / G m_{e} m_{p}$ विमाहीन है। भौतिक नियतांकों की सारणी देखकर इस अनुपात का मान ज्ञात कीजिए। यह अनुपात क्या बताता है?
दो इलेक्ट्रानों के मध्य गुरुत्वाकर्षण बल और स्थिरवैद्युत प्रतिकर्षण बल के अनुपात का मान लगभग कितना होता है? (गुरुत्वाकर्षण नियतांक $=6.7 \times 10^{-11} \,Nm ^2 / Kg ^2$, इलेक्ट्रान का द्रव्यमान $=9.1 \times 10^{-31} \,kg$. इलेक्ट्रान का आवेश $=1.6 \times 10^{-19} C$ )
दो समान धनात्मक बिन्दु आवेश एक दूसरे से $2 a$ दूरी पर स्थित हैं। निरक्ष रेखा पर (लम्ब समद्विभाजक) दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा के केन्द्र से एक बिन्दु की दूरी $\frac{a}{\sqrt{x}}$ है जहाँ पर स्थित परिक्षण आवेश $q_0$ अधिकतम बल का अनुभव करता है। $x$ का मान___________ है।
निर्वात में '$r$' सेमी की दूरी पर स्थित दो बिन्दु आवेशों $\mathrm{q}_1$ व $\mathrm{q}_2$ के बीच लगने वाला बल $\mathrm{F}$ है। $K=5$ परावैद्युतांक वाले माध्यम में ' $r / 5$ ' सेमी. दूरी पर स्थित उन्हीं आवेशों की बीच लगने वाला बल होगा :
चार एकसमान लोलकों को $100 gm$ द्रव्यमान के गेंद को $20 \,cm$ के धागे से बाँधकर बनाया गया है |इन चारों लोलकों को एक ही बिन्दु से लटकाया जाता है | प्रत्येक गेंद को $Q$ आवेश दिया जाता है जिसके परिणामस्वरुप सारी गेंदे एक दूसरे से दूर हो जाती हैं | प्रत्येक धागा उर्ध्वाधर से $45^{\circ}$ का कोण बनाता है $\mid Q$ का मान लगभग ................. $\mu C$ होगा? $(\frac{1}{4 \pi \varepsilon_0}=9 \times 10^4 \,Sl$ इकाई में )