आर्थोबोरिक अम्ल के लिए सही कथन है (हैं) :
$(A)$ यह स्वतः आयनन (ionization) के कारण दुर्बल अम्ल की तरह व्यवहार करता है।
$(B)$ इसके जलीय विलयन में एथिलीन ग्लाइकॉल डालने से अम्लीयता बढ़ती है।
$(C)$ हाइड्रोजन बन्ध के कारण यह त्रिविम (three dimensional) संरचना रखता है।
$(D)$ जल में यह दुर्बल विधुत-अपघट्य (electrolyte) है।
$(B,D)$
$(B,C)$
$(A,C)$
$(A,D)$
निम्न में से कौन सा कथन बॉक्साइड से ऐल्युमिनियम के निष्कर्षण के सम्बन्ध में सही है/हैं?
$(A)$ जब सोडियम ऐल्युमिनेट के विलयन में से $CO _2$ गैस को प्रवाहित किया जाता है तो जलयोजित $Al _2 O _3$ अवक्षेपित हो जाता है
$(B)$ $Na _3 AlF _6$ मिलाने पर ऐलुमिना का गलनांक कम हो जाता है
$(C)$ वैद्युत अपघटन के दौरान ऐनोड पर $CO _2$ उत्सर्जित होती है
$(D)$ कार्बन की परत युक्त एक स्टील का पात्र, केथोड का कार्य करता है
निम्नलिखित में से कौन अकार्बनिक बेंजीन है
निम्नलिखित में से ग्रूप $13$ के तत्त्वों में परमाण्विक त्रिज्याओं का कौन-सा क्रम सही है ?
डाईबोरेन की संरचना के सन्दर्भ में कौनसा कथन सही नहीं है
आवर्त सारणी के तृतीय समूह में उपस्थित तत्व ‘$R$’ के लिए सत्य है