किसी भी बिन्दु $x,\,y,\,z$ (सभी मीटरों में) विद्युत विभव $V = 4{x^2}\,$ वोल्ट द्वारा दिया जाता है। बिन्दु $(1m,\,0,\,2m)$ पर विद्युत क्षेत्र वोल्ट/मीटर होगा

  • [IIT 1992]
  • A

    $8$, ऋणात्मक $X - $अक्ष की दिशा में

  • B

    $8$, धनात्मक $X - $अक्ष की दिशा में

  • C

    $16$, ऋणात्मक $X - $अक्ष की दिशा में

  • D

    $16$, धनात्मक $Z - $अक्ष की दिशा में

Similar Questions

बिन्दु $( x , y , z )$ पर वैधुत विभव $: V =- x ^{2} y - xz ^{3}+4$ है। इस बिन्दु पर वैधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }$ होगा:-

  • [AIPMT 2009]

निम्नांकित चित्र एकसमान विद्युत क्षेत्र $\overrightarrow E $ में बिन्दुओं $A$, $B$ व $C$ की स्थितियाँ दर्शाता है। रेखा $AB$ विद्युत क्षेत्र रेखाओं के लम्बवत् तथा रेखा $BC$ विद्युत क्षेत्र रेखाओं के समान्तर है। तब निम्नलिखित में से कौन सही है जहाँ ${V_A} > {V_B}$ तथा ${V_C}$ क्रमश: बिन्दु $A$, $B$ तथा $C$ पर विद्युत विभव प्रदर्शित करते हैं

$A , B$ तथा $C$ किसी एकसमान विधुत क्षेत्र में तीन बिन्दु हैं विधुत विभव का मान:

  • [AIPMT 2013]

$0.01 m$ की दूरी द्वारा पृथक्कृत दो बड़ी वृत्तीय चकतियों को चित्र में दर्शाए अनुसार एक स्विच द्वारा एक बैटरी से संयोजित किया जाता है। घनत्व $900 kg m ^{-3}$ की आवेशित तेल की बूँदों को शीर्ष चकती के केन्द्र पर एक महिन छिद्र से छोड़ा जाता है। जब कुछ तेल की बूँदें टर्मिनल वेग प्राप्त करती है, तब चकतियों के सिरों पर $200 V$ की वोल्टता आरोपित करके स्विच को बन्द किया जाता है। जिसके परिणामस्वरूप, त्रिज्या $8 \times 10^{-7} m$ की तेल की एक बूँद ऊर्ध्वाधर रूप से गति करना बन्द कर देती है तथा चकतियों के मध्य तैरती है। इस तेल की बूँद में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या. . . . .  . है। (उत्प्लावन बल को नगण्य माने, गुरूत्वीय त्वरण $=10 ms ^{-2}$ तथा इलेक्ट्रॉन ($e$) पर आवेश $=1.6 \times 10^{-19} C$ लें)

  • [IIT 2020]

विद्युत विभव निम्न समीकरण द्वारा दिया गया है

 $V = 6x - 8x{y^2} - 8y + 6yz - 4{z^2}$

 तो मूल बिन्दु पर रखे $2\,C$ के आवेश पर लगने वाला बल......$N$ होगा