$x - y$ तल में किसी बिन्दु $(x,\;y)$ पर विद्युतीय विभव $V = - kxy$ द्वारा दिया गया है। मूल बिन्दु से $r$ दूरी पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता निम्न रूप में परिवर्तित होती है
${r^2}$
$r$
$\frac{1}{r}$
$\frac{1}{{{r^2}}}$
निम्न चित्र में समविभवी सतहें प्रदर्शित हे। विद्युत क्षेत्र की तीव्रता होगी
किसी भी बिन्दु $x,\,y,\,z$ (सभी मीटरों में) विद्युत विभव $V = 4{x^2}\,$ वोल्ट द्वारा दिया जाता है। बिन्दु $(1m,\,0,\,2m)$ पर विद्युत क्षेत्र वोल्ट/मीटर होगा
$1000\, V$ विभवान्तर तथा एक दूसरे से $2$ मिमी. दूर स्थित दो क्षैतिज प्लेटों के बीच एक इलेक्ट्रॉन प्रवेश करता है। इलेक्ट्रॉन पर लगने वाला बल है
दो समान्तर पट्टिकाओं के बीच की दूरी $5\,mm$ है और इनके बीच $50\,V$ का विभवान्तर है। ${10^{ - 15}}\,kg$ द्रव्यमान और ${10^{ - 11}}\,C$ कूलॉम आवेश वाला एक कण ${10^7}\,m/s$ के वेग से इसमें प्रवेश करता है। इस कण का त्वरण होगा
यदि किसी क्षेत्र में विभव (वोल्ट में) $V ( x , y , z )=6 xy -y +2 yz ,$ से निर्दिप्ट किया जाये तो बिन्दु $(1,1,0)$ पर विधुत क्षेत्र $(N/C$ में$)$ है :