किसी साबुन के बुलबुले के भीतर दाब आधिक्य दूसरे बुलबुले के भीतर दाब आधिक्य का तीन गुना है। तब उनके आयतनों का अनुपात है
1:3
1:9
27:1
1:27
एक लम्बे बेलनाकार कांच के पात्र की तली में $r$ त्रिज्या का एक छोटा छिद्र है। पानी (पृष्ठ तनाव $T$) से भरी गहरी टंकी में इस पात्र को सीधा जिस गहराई तक डुबाया जा सकता है कि पानी उसमें नहीं घुसे, वह है
पृष्ठ तनाव $0.06 \;N / m$ और घनत्व $10^{3} \;kg / m ^{3}$ वाले एक द्रव में त्रिज्या $0.1 \;cm$ का एक वायु का बुलबुला है। बुलबुले के अन्दर दाब वायुमंडलीय दाब से $1100\; Nm ^{-2}$ अधिक है। द्रव के पृष्ठ से किस गहराई पर बुलबुला है $\dots m$ ? $\left( g =9.8\; ms ^{-2}\right)$
जब $a$ व $b\;(b>a)$ त्रिज्या के साबुन के दो बुलबुले मिलते हैं तो उभयनिष्ठ सतह की वक्रता त्रिज्या होती है
एक द्रव से भरी हुई टंकी की तली पर दाब निर्भर नहीं करता है
$r$ त्रिज्या की एक द्रव की बूँद में दाब आधिक्य समानुपाती है