पृष्ठ तनाव $0.06 \;N / m$ और घनत्व $10^{3} \;kg / m ^{3}$ वाले एक द्रव में त्रिज्या $0.1 \;cm$ का एक वायु का बुलबुला है। बुलबुले के अन्दर दाब वायुमंडलीय दाब से $1100\; Nm ^{-2}$ अधिक है। द्रव के पृष्ठ से किस गहराई पर बुलबुला है $\dots m$ ? $\left( g =9.8\; ms ^{-2}\right)$
$0.1$
$0.15$
$0.20$
$0.25$
जब $a$ व $b\;(b>a)$ त्रिज्या के साबुन के दो बुलबुले मिलते हैं तो उभयनिष्ठ सतह की वक्रता त्रिज्या होती है
यदि काँच की दो प्लेटों के बीच में जल की एक पतली परत हो (आरेख देखिये) तो उन प्लेटों को खींचकर अलग करना बहुत कठिन होता है।
इसका कारण यह है कि, जल, किनारों पर सिलिंडरी (बेलनाकार) सतहें बना देता है जिससे वायुमंडल की तुलना में वहाँ दाब कम हो जाता है। यदि इस सिलिंडरी सतह (पृष्ठ) की त्रिज्या $R$ है तथा जल का पृष्ठ तनाव $T$ है तो, दो प्लेटों के बीच जल में दाब कितना कम होगा ?
केशनली में पानी की वक्र सतह के नीचे दाब होगा
एक $0.7$ सेमी व्यास वाले साबुन के घोल के बुलबुले के अन्दर वायु का दाब, बाहर के दाब से $8$ मिमी पानी के बराबर अधिक है। साबुन के घोल का पृष्ठ तनाव ........ डाइन/सेमी होगा
पृष्ठीय तनाव $2.5 \times 10^{-2}\; N / m$ के किसी डिटरजैन्ट विलयन से 1 mm त्रिज्या का कोई साबुन का बुलबुला फुलाया गया है। इस बुलबुले के भीतर का दाब किसी पात्र में भरे जल के मुक्त पृष्ठ के नीचे किसी बिन्दु Z 0 पर दाब के बराबर है। g = 10 m / s 2 तथा जल का घनत्व = 10 3 k g / m 3 लेते हुए, Z 0 का मान है