रेडियोसक्रिय तत्व के एक नमूने की अर्द्ध आयु $1$ घण्टा है। समय $t = 0$ पर इसमें $8 \times {10^{10}}$ परमाणु उपस्थित हैं। $t = 2$ घण्टे से $t = 4$ घण्टे की अवधि मेंं विघटित होने वाले परमाणुओं की संख्या होगी
$2 \times {10^{10}}$
$1.5 \times {10^{10}}$
Zero
Infinity
एक रेडियोएक्टिव नाभिक- $A$ जिसकी अर्द्ध -आयु $T$ है, का क्षय एक नाभिक- $B$ में होता है। समय $t=0$ पर कोई भी नाभिक- $B$ नहीं है। एक समय $t$ पर नाभिकों $B$ तथा $A$ की संख्या का अनुपात $0.3$ है तो $t$ का मान होगा:
यदि रेडियम का रेडियोसक्रिय नियतांक $1.07 \times {10^{ - 4}}$ प्रतिवर्ष है तो इसका अर्द्ध-आयुकाल लगभग ......... वर्ष होगा
रेडियोधर्मी पदार्थ $A$ के एक नमूने की सक्रियता $10\, mC$ $(1$ $Ci =3.7 \times 10^{10}$ $(deceys/s)$ है। इन नमूने में नाभिकों की संख्या दूसरे रेडियोधर्मी पदार्थ $B$ के नमूने के नाभिकों की दुगनी है। दूसरे नमूने की सक्रियता $20\, mCi$ है। $A$ तथा $B$ की, क्रमशः अर्धआयु के बारे में कौन-सा कथन सत्य है :
दो कण जिनके अर्द्ध-आयुकाल क्रमश: $1620$ और $810$ वर्ष हैं, के एक साथ उत्सर्जन से रेडियोएक्टिव पदार्थ क्षय होता है। पदार्थ की $1/4$ मात्रा के बचने लिये समय (वर्षो में) होगा
किसी रेडियोएक्टिव तत्व की अर्द्धआयु $10$ दिन है। वह समय जिसमें मात्रा प्रारम्भिक द्रव्यमान की $1/10$ रह जायेगी .......दिन होगा