रेडियोधर्मी तत्व $X$ की अर्धायु रेडियोधर्मी तत्व $Y$ की माध्य-आयु के बराबर है। प्रारम्भ में दोनों तरह के परमाणुओं की संख्या बराबर है, तब
$X$ और $Y$ की क्षय दर प्रारम्भ में बराबर होगी
$X$ और $Y$ की क्षय दर हमेशा बराबर रहेगी
$Y$ का क्षय $X$ से ज्यादा तेजी से होगा
$X$ का क्षय $Y$ से ज्यादा तेजी से होगा
दो रेडियोसक्रिय परमाणु स्पेसीस (radioactive atom species) को बराबर संख्या में मिश्रित किया जाता है। पहले स्पेसीस का क्षय स्थिरांक $\lambda$ तथा दूसरे का $\lambda \sqrt{3}$ है। लंबे समय के उपरांत इस मिश्रण की औसत आयु लगभग होगी
एक रेडियोसक्रिय न्यूक्लाइड की अर्धआयु $100$ घंटे हैं। $150$ घन्टे के बाद प्रारम्भिक सक्रियता का बचा हुआ भिन्नात्मक भाग होगा :
ट्राइटियम (अर्द्धआयु $12.3$ वर्ष) के कारण एवं दिये गये मदिरा के नमूने की सक्रियता ताजी खरीदी गई बोतल (अंकित $7$ वर्ष पुरानी) भी सक्रियता की $3\%$ है। यह मदिरा का नमूना लगभग कितने वर्ष पहले बना हुआ है लगभग
एक रेडियोसक्रिय नाभिक $\alpha$- प्रति सेकेण्ड की नियत दर से उत्पन्न हो रहा है। क्षय नियतांक $\lambda $ है। यदि समय $t = 0$ पर नाभिकों की संख्या $N_0$ है तब अधिकतम सम्भव नाभिकों की संख्या है
रेडियासक्रियता की घटना