एक आवेशित कण पर आवेश का मान $-2 \mu C$ है। यह $y$ दिशा में क्रियाकारी $2 \,T$ के चुम्बकीय क्षेत्र में वेग $(2 \hat{ i }+3 \hat{ j }) \times 10^{6} ms ^{-1}$ से चल रहा हो तो इस पर क्रियाकारी चुम्बकीय बल होगा
$4\,N$ in $+ z $ दिशा में
$8\,N$ in $ +y $ दिशा में
$8\,N$ in $ +z $ दिशा में
$8\,N$ in $ -z$ दिशा में
एक प्रोटॉन एवं एल्फा कण को उनकी गति की दिशा के लम्बवत् एक समान चुम्बकीय क्षेत्र में समान वेग से फेंका जाता है तो एल्फा कण एवं प्रोटॉन द्वारा व्यक्त वृत्तीय पथों की त्रिज्या का अनुपात क्रमश: होगा:
निम्न चित्र में, $y >0$ के लिए तल के अंदर की ओर एक समान चुम्बकीय क्षेत्र लगा हुआ है। $y < 0$ के लिए चुम्बकीय क्षेत्र एक समान है तथा तल के बाहर की तरफ इंगित करता है। एक प्रोटॉन जो कि भरे हुए वृत्त के द्वारा दिखाया गया है, $y =0$ से $- y$ दिशा में कुछ गति से चलता है। प्रोटॉन का सर्वाधिक सही प्रक्षेप पथ निम्न में से किस आरेख में दर्शाया गया है?
एक इलेक्ट्रॉन धनात्मक $X$-अक्ष की दिशा में गति कर रहा है। आप इस पर कुछ देर के लिए चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित करके इसकी दिशा को ऋणात्मक $X$-दिशा में करना चाहते हैं। एसा करने के लिए आरोपित चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा क्या होगी
यदि चुंबकीय क्षेत्र धनात्मक $y$ -अक्ष के समान्तर है तथा आवेशित कण धनात्मक $x$ -अक्ष के अनुदिश गतिमान है ( चित्र देखिए ), तो लोरेंज बल किस ओर लगेगा जबकि गतिमान कण $(a)$ इलेक्ट्रॉन ( ऋण आवेश) $(b)$ प्रोटॉन (धन आवेश) है।
चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता $B$ की विमा है