अभिक्रिया $2 NO + Cl _{2} \longrightarrow 2 NOCl$ की अभिक्रिया दर निम्न समीकरण द्वारा प्रस्तुत की जाती है।
दर $= k [ NO ]^{2}\left[ Cl _{2}\right]$
इसके दर स्थिरांक को कैसे बढाया जा सकता है?
ताप को बढाकर
$NO$ के सांद्रता को बढ़ाकर
$Cl _{2}$ के सांद्रण को बढ़ाकर
ऊपर के सभी प्रकार के करने से
अभिक्रिया, $2 A + B \rightarrow$ products के लिए, जब $A$ तथा $B$ दोनों की सान्द्रता दोगुनी की गई, तब अभिक्रिया की दर $0.3 \,mol L ^{-1} s ^{-1}$ से बढ़कर $2.4 \,mol$ $L ^{-1} S ^{-1}$ हो गयी। जब केवल $A$ की सांद्रता दोगुनी की गई तब दर $0.3 \,mol L ^{-1} s ^{-1}$ से बढ़कर $0.6 \,mol L ^{-1} S ^{-1}$ हो गई। निम्न में कौन सा कथन सत्य है?
$A$ और $B$ से $C$ प्राप्त करने की अभिक्रिया में $A $ में प्रथम कोटि गतिज तथा $B$ में द्वितीय कोटि प्रदर्शित होती है। दर समीकरण निम्न में से किस प्रकार से लिखा जा सकता है
अभिक्रिया $A + 2B \to C,$ के लिये अभिक्रिया वेग $R$ $ = [A]{[B]^2}$ द्वारा प्रदर्शित किया जाता है, तो अभिक्रिया की कोटि होगी
समान ताप पर तीन चरणों में होने वाली अभिक्रिया के लिए समग्र वेग नियतांक, $\mathrm{K}=\frac{\mathrm{K}_1 \mathrm{~K}_2}{\mathrm{~K}_3}$ है। यदि $\mathrm{Ea}_1, \mathrm{Ea}_2$ और $\mathrm{Ea}_3$ क्रमशः $40,50$ और $60 \mathrm{~kJ} / \mathrm{mol}$ हो, तो समग्र $\mathrm{Ea}$. . . . . . . $\mathrm{kJ} / \mathrm{mol}$ है।
$A$ एवं $B$ के बीच अभिक्रिया की दर $100 $ गुना बढ़ जाती है जब $A$ का सान्द्रण $10$ गुना बढ़ा देते हैं तो $A$ के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि है