दो इलेक्ट्रानों के मध्य गुरुत्वाकर्षण बल और स्थिरवैद्युत प्रतिकर्षण बल के अनुपात का मान लगभग कितना होता है? (गुरुत्वाकर्षण नियतांक $=6.7 \times 10^{-11} \,Nm ^2 / Kg ^2$, इलेक्ट्रान का द्रव्यमान $=9.1 \times 10^{-31} \,kg$. इलेक्ट्रान का आवेश $=1.6 \times 10^{-19} C$ )
$24 \times 10^{-24}$
$24 \times 10^{-36}$
$24 \times 10^{-44}$
$24 \times 10^{-54}$
समान रूप से आवेशित दो एक समान गेंदें एक दूसरे से कुछ दूरी पर स्थित हैं एवं इनके मध्य एक निश्चित बल कार्यरत् है यदि इन्हें सम्पर्क में लाकर पुन: एक दूसरे से पहले की तुलना में आधी दूरी पर रख दें तो इनके मध्य बल पहले की तुलना में $4.5$ गुना हो जाता है। गेंदों के प्रारम्भिक आवेशों का अनुपात होगा
$+8q$ तथा $ - 2q$ के दो बिन्दु आवेश क्रमश: $x = 0$ तथा $x = L$ पर स्थित हैं। $x$-अक्ष पर उस बिन्दु की स्थिति जहां इन आवेशों के कारण नेट विद्युत क्षेत्र शून्य है, क्या है
तीन बिन्दु आवेश एक समबाहु त्रिभुज के शीर्षों पर रखे गये हैं। केवल स्थिर विद्युतीय बल को कार्यरत मानते हुये
तीन एक समान आवेश प्रत्येक $2\,C$ से आवेशित गेंदो को चित्रानुसार प्रत्येक $2\,m$ लम्बे रेशम के धागों से बांधकर उभयनिप्ट बिन्दु $P$ से लटकाया गया है। तीनों गेंदे $1\,m$ भुजा के समबाहु त्रिभुज का निर्माण करती है।किसी एक आवेशित गेंद पर लग रहे कुल बल तथा किन्ही दो आवेशित गेंदो के बीच के परस्पर बल का अनुपात होगा-
विद्युत आवेशों के मध्य लगने वाले बलों से सम्बन्धित नियम है