प्रत्यावर्ती धारा के शिखर मान तथा वर्ग माध्य मूल मान का अनुपात होगा
$1$
$\frac{1}{2}$
$\sqrt 2 $
$1/\sqrt 2 $
$20$ $\Omega$ के एक प्रतिरोध को एक प्रत्यावर्ती वोल्टेज $V = 220\,sin (100\,\pi t)$ के स्त्रोत से जोड़ा गया है धारा को शिखर मान से वर्ग माध्य मूल मान तक बदलने में निम्न समय लगता है
किसी $ac$ स्रोत की वोल्टता व समय में $S.I$. मात्रकों में निम्न सम्बन्ध है, $V = 120\sin \,\,(100\pi t)\cos \,(100\pi )$ शीर्ष वोल्टता तथा आवृत्ति का मान होगा
एक श्रेणी $L R$ परिपथ को एक वोल्टीय स्रोत $V (t)= V _{0} \sin \omega t$ से जोड़ा जाता है काफी लंबे समय बाद विद्युत धारा $I(t)$ का सही चित्रण किस तरह का होगा ? $\left(\right.$ जहाँ $\left.t_{0} >> \frac{L}{R}\right)$
एक प्रत्यावर्ती वोल्टेज = $200\sqrt 2 \sin (100\,t)$ को $1 \,mF$ धारिता के संधारित्र के साथ $ac$ अमीटर से जोड़ा गया है। अमीटर का पाठ्यांक.......$mA$ होगा
किसी प्रत्यावर्ती वोल्टता को $E = 20\,sin\, 300t$ से निरूपित किया जाता है। एक चक्र में वोल्टता का औसत मान .........$V$ होगा