प्रदर्शित चित्र के अनुसार, तीन गुटके $\mathrm{A}, \mathrm{B}$ तथा $\mathrm{C}$ को $80 \mathrm{~N}$ के एक बल द्वारा चिकने क्षैतिज तल पर खींचा जाता है।
डोरियों में तनाव क्रमशः $T_1$ तथा $T_2$ हैं :
$40 \mathrm{~N}, 64 \mathrm{~N}$
$60 \mathrm{~N}, 80 \mathrm{~N}$
$88 \mathrm{~N}, 96 \mathrm{~N}$
$80 \mathrm{~N}, 100 \mathrm{~N}$
$L$ लम्बाई की एक रस्सी को नियत बल $F$ द्वारा खींचा जा रहा है। बल लगाने वाले बिन्दु से $x$ दूरी पर रस्सी तनाव का मान होगा
बलों का सही क्रम है
छत से $10\, kg$ के एक द्रव्यमान को एक रस्सी से ऊर्ध्वाधर लटकाया गया $9$ रस्सी के किसी बिन्दु पर एक क्षैतिज बल लगाने से रस्सी छत वाले बिन्दु पर $45^{\circ}$ कोण से विचलित हो जाती है। यदि लटका हुआ द्रव्यमान साम्यावस्था में है तो लगाये गये बल का मान $.....\,N$ होगा।
(दिया है : $g =10 \,ms ^{-2}$ )
चित्रानुसार एक फ्रेम पर विचार कीजिए जो दो द्रव्यमानहीन और पतली छड़ों $AB$ और $AC$ से निर्मित है। इस फ्रेम के बिन्दु $A$ पर $100\; N$ परिमाण का कोई ऊर्ध्व बल $\overrightarrow{ P }$ आरोपित किया गया है।
माना कि बल $\overrightarrow{ P }$ को फ्रेम की भुजा $AB$ और $AC$ के समांतर वियोजित किया गया है। भुजा $AC$ के अनुदिश वियोजित घटक का परिमाण $xN$ है।
यहाँ $x$ का मान निकटतम पूर्णांक में $\dots$ होगा।
[दिया है : $\sin \left(35^{\circ}\right)=0.573, \cos \left(35^{\circ}\right)=0.819$ $\sin \left(110^{\circ}\right)=0.939, \cos \left(110^{\circ}\right)=-0.342$ ]
$0.1\, kg$ संहति के पत्थर पर कार्यरत नेट बल का परिमाण व उसकी दिशा निम्नलिखित परिस्थितियों में ज्ञात कीजिए
$(a)$ पत्थर को स्थिर रेलगाड़ी की खिड़की से गिराने के तुरंत पश्चात्,
$(b)$ पत्थर को $36\, km h ^{-1}$ के एकसमान वेग से गतिशील किसी रेलगाड़ी की खिड़की से गिराने के तुरंत पश्चात्,
$(c)$ पत्थर को $1\, m s ^{-2}$ के त्वरण से गतिशील किसी रेलगाड़ी की खिड़की से गिराने के तुरंत पश्चात्,
$(d)$ पत्थर $1\, m s ^{-2}$ के त्वरण से गतिशील किसी रेलगाड़ी के फर्श पर पड़ा है तथा वह रेलगाड़ी के सापेक्ष विराम में है।
उपरोक्त सभी स्थितियों में वायु का प्रतिरोध उपेक्षणीय मानिए।