निम्न कथनों को रासायनिक समीकरण के रूप में परिवर्तित कर उन्हें संतुलित कीजिए।
$(a)$ नाइट्रोजन हाइड्रोजन गैस से संयोग करके अमोनिया बनाता है।
$(b)$ हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का वायु में दहन होने पर जल एवं सल्फ़र डाइऑक्साइड बनता है।
$(c)$ ऐलुमिनियम सल्फेट के साथ अभिक्रिया कर बेरियम क्लोराइड, ऐलुमिनियम क्लोराइड एवं बेरियम सल्फेट का अवक्षेप देता है।
$(d)$ पोटैशियम धातु जल के साथ अभिक्रिया करके पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस देती है।
$(a)$ $3 H _{2(g)}+ N _{2(g)} \longrightarrow 2 NH _{3(g)}$
$(b)$ $2 H _{2} S _{( g )}+3 O _{2( g )} \longrightarrow 2 H _{2} O _{(l)}+2 SO _{2( g )}$
$(c)$ $3BaC{{l}_{2(aq)}}+A{{l}_{2}}{{\left( S{{O}_{4}} \right)}_{3(aq)}}$ $\to 2AlC{{l}_{3\left( aq \right)}}+3BaS{{O}_{4(s)}}$
$(d)$ $2 K _{(s)}+2 H _{2} O _{(l)} \longrightarrow 2 KOH _{(aq)}+ H _{2(g)}$
किसी पदार्थ $'X'$ के विलयन का उपयोग सफ़ेदी करने के लिए होता है।
$(i)$ पदार्थ $'X'$ का नाम तथा इसका सूत्र लिखिए।
$(ii)$ ऊपर $(i)$ में लिखे पदार्थ $'X'$ की जल के साथ अभिक्रिया लिखिए।
संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है? रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक है?
निम्न पदों का वर्णन कीजिए तथा प्रत्येक का एक-एक उदाहरण दीजिए:
विकृतगंधिता
वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रिया के विपरीत क्यों कहा जाता है? इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए।
निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए उनकी अवस्था के संकेतों के साथ संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए :
$(i)$ जल में बेरियम क्लोराइड तथा सोडियम सल्फेट के विलयन अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलयन तथा अघुलनशील बेरियम सल्फेट का अवक्षेप बनाते हैं।
$(ii)$ सोडियम हाइड्रोक्साइड का विलयन (जल में) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के विलयन (जल में) से अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलयन तथा जल बनाते हैं।