दो बलों का परिणामी, जिनमें से एक बल परिमाण में दूसरे का दोगुना है, अल्प परिमाण वाले पर लंलम्बवत्त है। दोनों बलों के बीच का कोण ........ $^o$ है
सदिश $\overrightarrow{ A }$ और $\overrightarrow{ B } .$ इस प्रकार हैं कि $|\overrightarrow{ A }+\overrightarrow{ B }|=|\overrightarrow{ A }-\overrightarrow{ B }|$ इन दो सदिशों के बीच का कोण है
दो सदिश $\overrightarrow{ A }$ एवं $\overrightarrow{ B }$ के परिमाण एक समान है। यदि $\overrightarrow{ A }+\overrightarrow{ B }$ का परिमाण $\overrightarrow{ A }-\overrightarrow{ B }$ के परिमाण का दो गुना है तो $\overrightarrow{ A }$ एवं $\overrightarrow{ B }$ के बीच कोण होगा $-$
दो बलों का सदिश योग उनके सदिश अंतर के लम्बवत् है। इस स्थिति में बल