कौन सी धातु आसानी से संक्षारित नहीं होती है?
कारण बताइए : ऐलुमिनियम अत्यंत अभिक्रियाशील धातु है, फिर भी इसका उपयोग खाना बनाने वाले बर्तन बनाने के लिए किया जाता है।
आपने ताँबे के मलीन बर्तन को नींबू या इमली के रस से साफ़ करते अवश्य देखा होगा। यह खट्टे पदार्थ बर्तन को साफ़ करने में क्यों प्रभावी हैं?
खाद्य पदार्थ के डिब्बों पर जिंक की बजाय टिन का लेप होता है क्योंकि
सिल्वर धातु आयरन(II) सल्फ़ेट कॉपर(II) सल्फ़ेट जिक स सल्फेट नाइट्रेट
$A, B, C$ एवं $D$ चार धातुओं के नमूनों को लेकर एक-एक करके निम्न विलयन में डाला गया। इससे प्राप्त परिणाम को निम्न प्रकार से सारणीबद्ध किया गया है:
धातु | आयरन $(II)$ सल्फ़ेट | कॉपर $(II)$ सल्फ़ेट | जिंक सल्फेट | सिल्वर नाइट्रेट |
$A.$ |
कोई अभिक्रिया नहीं |
विस्थापन | ||
$B.$ | विस्थापन | कोई अभिक्रिया नहीं | ||
$C.$ | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं | विस्थापन |
$D.$ | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं | कोई अभिक्रिया नहीं |
इस सारणी का उपयोग कर धातु $A , B , C$ एवं $D$ के संबंध में निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
$(i)$ सबसे अधिक आभिक्रियाशील धातु कौन सी है?
$(ii)$ धातु $B$ को कॉपर $(II)$ सल्फेट के विलयन में डाला जाए तो क्या होगा?
$(iii)$ धातु $A , B , C$ एवं $D$ को अभिक्रियाशीलता के घटते हुए क्रम में व्यवस्थित कीजिए।