निम्नलिखित में से कौनसा समस्थानिक साधारणत: विखण्डनीय है
$_{92}{U^{238}}$
$_{93}N{p^{239}}$
$_{92}{U^{235}}$
$_{2}{He^{4}}$
द्रव्यमान संख्या $A$ के एक नाभिक की त्रिज्या $R$ का अनुमान $R =\left(1.3 \times 10^{-15}\right)\, A ^{1 / 3} \,m$ सूत्र से लगाया जा सकता है। तब एक नाभिक के द्रव्यमान घनत्व की परिमाण कोटि (order of magnitude) होगी : (प्रोटान का द्रव्यमान $\cong$ न्यूट्रॉन का द्रव्यमान $\left.\simeq 1.67 \times 10^{-27} \,kg \right)$
समीकरण $R=R_{0} A^{1 / 3}$ के आधार पर, दर्शाइए कि नाभिकीय द्रव्य का घनत्व लगभग अचर है (अर्थात $A$ पर निर्भर नहीं करता है )। यहाँ $R_{0}$ एक नियतांक है एवं $A$ नाभिक की द्रव्यमान संख्या है।
नाभिकीय बल होते हैं
प्रोटॉन का न्यूट्रॉन में क्षय।
विराम में स्थित एक भारी नाभिक दो टुकड़ों में टूट जाता है। ये टुकड़े $8:1$ के वेग से गतिमान हो जाते हैं। तो टुकड़ों की त्रिज्याओं का अनुपात होगा